वीडियो फुटेज में समूह को ‘जय श्री राम’ और ‘जय हिंदू राष्ट्र’ जैसे नारे लगाते हुए सुना जा सकता है। स्कूल में जन्म कुटीर (नेटिविटी क्रिब), बैनर और अन्य क्रिसमस सजावट को तोड़कर जला दिया गया। स्कूल उस समय बंद था, क्योंकि सर्दियों की छुट्टियां चल रही थीं। इस घटना के अलावा, इसी समूह ने नलबाड़ी शहर के एक बाजार में सांता कैप और मास्क जैसी क्रिसमस वस्तुओं की दुकान पर भी हमला किया और उन्हें जला दिया।
बोंगाईगांव डायोसीज के फादर जेम्स वडाकेयिल ने बताया कि दोपहर करीब 3 बजे समूह स्कूल में घुसा। वे प्रिंसिपल की तलाश में आए, लेकिन कोई नहीं मिला तो सजावट को नुकसान पहुंचाया। स्कूल में लगभग 1000 छात्र हैं और यह 2010 में स्थापित हुआ है।
नलबाड़ी के पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बिबेकानंद दास ने कहा कि स्कूल प्राधिकारियों की शिकायत मिली है। दोनों घटनाओं (स्कूल और दुकान) को मिलाकर एफआईआर दर्ज की जाएगी। समूह में करीब 9 लोग थे। पुलिस जांच कर रही है।
यह घटना क्रिसमस के आसपास देश के विभिन्न हिस्सों में ईसाई समुदाय पर हमलों की बढ़ती खबरों का हिस्सा लगती है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं।
बजरंग दल या वीएचपी की ओर से इस घटना पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
यह घटना धार्मिक सद्भाव और त्योहारों की स्वतंत्रता पर सवाल उठाती है।

