अमृतसर बाढ़ से बचाव अभियान, भारतीय सेना का ATOR N1200 रेस्क्यू ऑपरेशन में उतरा, मिल रही सराहना

Amritsar flood rescue operation news: पंजाब के अमृतसर जिले में भारी बारिश और रावी, सतलुज, और ब्यास नदियों के उफान के कारण आई विनाशकारी बाढ़ ने कई गांवों और निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है। इस संकट की घड़ी में भारतीय सेना ने अपने अत्याधुनिक एम्फीबियस ऑल-टेरेन वाहन ATOR N1200 को बचाव कार्यों के लिए तैनात किया है। यह वाहन गहरे पानी, कीचड़, बर्फ, और उबड़-खाबड़ रास्तों में आसानी से चल सकता है, जिसने अमृतसर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारतीय सेना के एक प्रवक्ता ने बताया, “ATOR N1200 एक विशेषज्ञ मोबिलिटी वाहन है, जो बाढ़ जैसे आपदा प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसकी मदद से हम अमृतसर, गुरदासपुर, और पठानकोट जैसे बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों तक पहुंच रहे हैं।” सेना ने गुरदासपुर के जवाहर नवोदय विद्यालय से लगभग 400 छात्रों और कर्मचारियों को सुरक्षित निकाला, जहां भूतल पर चार फीट से अधिक पानी भर गया था। प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सेना स्थानीय प्रशासन, NDRF, और SDRF के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटी है, जिसमें भोजन, दवाइयां, और अन्य आवश्यक सामग्री वितरित की जा रही है।

ATOR N1200 की खासियत
ATOR N1200, JSW गीको मोटर्स द्वारा निर्मित एक एम्फीबियस वाहन है, जो 1.8 मीटर ऊंचे टायरों और 1.5-लीटर तीन-सिलेंडर इंजन के साथ आता है। यह 55 हॉर्सपावर और 190 न्यूटन मीटर टॉर्क पैदा करता है, और 1200 किलोग्राम वजन उठाने के साथ-साथ 2350 किलोग्राम तक खींच सकता है। यह वाहन -40°C से +45°C तक के तापमान में काम कर सकता है और 6 किमी/घंटा की रफ्तार से पानी में तैर सकता है। इसकी मजबूत डोकोल स्टील फ्रेम और जिंक-कोटेड बॉडी इसे 30 साल तक टिकाऊ बनाती है।

बचाव कार्यों का विवरण
अमृतसर, गुरदासपुर, पठानकोट, तरनतारन, और अन्य सीमावर्ती जिलों में बाढ़ ने हजारों लोगों को प्रभावित हो रहे है। सेना ने ATOR N1200 की मदद से रामदास, घोनेवाला, मछीवाला, मंगु नारु, और शहजादा जैसे गांवों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। इसके अलावा, भारतीय वायुसेना ने पठानकोट में हेलीकॉप्टरों से 46 लोगों को बचाया और 750 किलोग्राम राहत सामग्री एयर-ड्रॉप की। BSF ने भी फिरोजपुर में सेना के जवानों और हथियारों को सुरक्षित निकाला।

सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लोगों ने भारतीय सेना की इस त्वरित कार्रवाई की जमकर सराहना की है। एक यूजर, @thind_akashdeep, ने लिखा, “अमृतसर में बाढ़ के बीच भारतीय सेना का ATOR N1200 लोगों की जिंदगियां बचा रहा है। यह देखकर गर्व होता है कि हमारे जवान हर मुश्किल हालात में देशवासियों के साथ खड़े हैं।” कई अन्य यूजर्स ने सेना की निस्वार्थ सेवा और ATOR N1200 की तकनीकी क्षमता की तारीफ की, इसे आपदा प्रबंधन में गेम-चेंजर बताया। कुछ यूजर्स ने सरकार से मांग की कि ऐसे वाहनों को अन्य राज्यों में भी आपदा राहत के लिए तैनात किया जाए।

प्रशासन और सरकार की भूमिका
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पठानकोट और गुरदासपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया और बचाव कार्यों के लिए अपना हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराया। अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मनिंदर सिंह ने स्थानीय विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल के साथ रात-दिन राहत कार्यों में हिस्सा लिया। AAP की पंजाब महिला विंग की अध्यक्ष अमनदीप कौर अरोड़ा ने बाढ़ प्रभावित गांवों में महिलाओं और बच्चों के लिए राशन और स्वच्छता सामग्री सुनिश्चित करने की बात कही।

चुनौतियां और भविष्य की जरूरतें
बाढ़ ने न केवल घरों और फसलों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि BSF के कई चौकियों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। स्थानीय लोगों ने मवेशियों के लिए चारे की कमी की शिकायत की है। प्रशासन ने स्कूलों को 30 अगस्त तक बंद रखने का आदेश दिया है। JSW गीको मोटर्स के प्रवक्ता ने कहा कि ATOR N1200 की सफलता को देखते हुए अन्य राज्यों को भी इसे आपदा प्रबंधन के लिए अपनाना चाहिए।
यह बचाव अभियान भारतीय सेना की तत्परता, तकनीकी क्षमता, और मानवीय भावना का प्रतीक बन गया है, जिसने संकट की इस घड़ी में अमृतसर और पंजाब के लोगों को नई उम्मीद दी है।

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