NTPC Dadri:एनटीपीसी दादरी प्लांट में पिछले कई दिनों से लगातार हो रही मजदूरों के साथ दुर्घटनाओं पर भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष अवनीश प्रताप ने दुर्घटनाओं को लेकर एक शिकायत उपनिदेशक कारखाना नोएडा को भेजी और जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि एनटीपीसी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं करती है जिससे मजदूरों दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे है। वहीं मामले को लेकर सहायक निदेशक कारखाना नोएडा कमलेश कनौजिया ने एनटीपीसी दादरी प्लांट का दौरा किया।
NTPC Dadri:कमलेश कनौजिया ने जांच में पाया कि दुर्घटना का कारण सबसे बड़ी यह है कि मजदूरों को संपूर्ण जानकारी नहीं दी जाती। अर्ध जानकारी के आधार पर इलेक्ट्रिक लाइनों के पास में उन से काम कराया जाता है, वहीं बताया गया कि रेलवे ट्रैक पर यूपीएल की तरफ से जो कर्मचारी काम करते हैं पूर्व रेलवे के रिटायर्ड कर्मचारी होते हैं उन कर्मचारियों की उम्र 60 से 70 से साल तक की होती है, स्वयं वह बीमारी की हालत में रहते हैं लाइन पर चलना उनके बस की बात नहीं, ऐसी स्थिति में ट्रैक की क्या स्थिति है वह देख नहीं पाते हैं। ज्यादातर बैठे-बैठे काम करते हैं। पूर्व की घटना के बारे में बताया कि यहां पर एक पूर्व रेलवे कर्मचारी रेल से कटकर मर गया था, मृत्यु पश्चात भी वहां पर वही सिस्टम अभी भी उसी तरह से चला आ रहा है। दुर्घटनाओं के बाद भी एनटीपीसी अफसर या यूपीएल के अधिकारी भी इन पर कोई विचार नहीं करते हैं और दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
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अवनीश प्रताप ने बताया कि प्लांट के अंदर जो सेफ्टी कमेटी बनाई जाती है उसमें एनटीपीसी अपने लोगों को रखती है, ठेका मजदूर संगठन की तरफ से कोई भी मजदूर सेफ्टी कमेटी में नहीं रखा जाता है। अधिकारी अपने बनाए नियमों को मजदूरों पर लागू करते हैं, पिछले दिनों एक मजदूर की आंख फूट गई, उसके कुछ ही दिनों बाद में एक मजदूर की टांग टूट गई, एक घटना ये राजेन्द्र केवी लाइन से छु जाने से करंट लग गया।
एनटीपीसी दादरी प्लांट में रैबका ने बताया कि एनटीपीसी दादरी प्लांट के अंदर एक संविदा श्रमिक को करंट लगा और वह झुलस गया है। उसे प्राथमिक उपचार के पश्चात तत्काल दिल्ली के अस्पताल के एमरजेंसी वार्ड में भर्ती कर दिया गया ह । एनटीपीसी के उच्च प्रबंधन द्वारा इस मामले को प्राथमिकता देते हुए इस पर नजर रखी जा रही है।