Air Pollution: नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर एक बाऱ फिर खराब श्रेणी में पहुंच गया है। शुक्रवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 370 के पार दर्ज किया गया। इसे देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण निगरानी संस्था वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर में क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (ग्रैप)3 की पाबंदियां तुरंत प्रभाव से लागू करने का फैसला किया है। ग्रैप 3 की पाबंदियां लागू होते ही दिल्ली में निर्माण और तोड़फोड़ गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
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सीएक्यूएम के आदेश के मुताबिक नियमों के अनुसार जब एक्यूआई 350 के पार चला जाता है तो ग्रैप-3 की पाबंदियां लगाई जाती हैं।एक्यूआई के 400 के पार पर ग्रैप चार की पाबंदियां लागू की जाती हैं। शुक्रवार को सीएक्यूएम की उपसमिति की आपात बैठक की गई, जिसमें ग्रैप-3 को लागू करने का फैसला किया गया। ग्रैप 1 और 2 की पाबंदियां पहले से ही लागू हैं। ग्रैप के तीसरे चरण के तहत एनसीआर राज्यों से सभी अंतरराज्यीय बसों (इलेक्ट्रिक, सीएनजी और बीएस-6 डीजल वाहनों को छोड़कर) अन्य बसें दिल्ली में प्रवेश नहीं कर पाएंगी।
दिल्ली एनसीआर में अब निर्माण और विध्वंसक गतिविधियों पर पूरी तरह से सख्त प्रतिबंध लग गया है। अब खनन संबंधी गतिविधियों पर अगले आदेश तक रोक है। कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं पर विचार किया जा सकता है।
ग्रैप-3 के तहत कौन-कौन से प्रतिबंध?
- गैर-जरूरी निर्माण कार्यों पर रोक
- बीएस-4 या पुराने मानकों वाले मध्यम आकार के डीजल माल ढुलाई वाहनों (एमजीवी) पर रोक
- दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड बीएस-4 या उससे पुराने मानकों वाले डीजल चालित हल्के कमर्शियल वाहनों को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं
- आरडब्ल्यूए को सर्दियों के दौरान ठोस अपशिष्ट को खुले में जलाने से रोकने रोक
- पांचवी क्लास तक के स्कूल हाइब्रिड मोड में चलेंगे
- आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई करने वाले वाहनों पर रोक नहीं
- दिव्यांगों को दिल्ली और गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर जिलों में, तीसरे चरण के तहत बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-चार डीजल वाहनों पर लगाए गए प्रतिबंधों से ढील
गंभीर श्रेणी में वायु गुणवत्ता
दिल्ली में शुक्रवार को कोहरा छाया रहा, तापमान में गिरावट के साथ न्यूनतम 8 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। इस बीच, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में और गिरावट दर्ज की गई, जिसमें वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 348 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में है। नए साल के आगाज के साथ ही दिल्ली में प्रदूषण का कहर लगातार जारी है। हवा की बिगड़ती स्थिति की वजह से दिल्ली के लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने के साथ ही आंखों में जलन भी हो रही है।