हीरों का शौक और एक दर्दनाक हादसा
इस अनोखे शख्स का नाम है स्लेटर जोन्स। वे अलबामा के मूल निवासी हैं और एक सफल आभूषण स्टोर के मालिक हैं। जोन्स का हीरों और ज्वेलरी से गहरा नाता है, लेकिन उनकी जिंदगी में एक भयानक मोड़ आया जब एक गंभीर बीमारी ने उनकी दाहिनी आंख की रोशनी हमेशा के लिए छीन ली। डॉक्टरों ने उन्हें आर्टिफिशियल आंख लगाने की सलाह दी, लेकिन जोन्स ने इसे साधारण तरीके से निपटाने का फैसला नहीं लिया। उन्होंने सोचा, क्यों न इस नई आंख को अपनी पहचान का प्रतीक बनाया जाए? नतीजा? आंख के बीच में चमचमाता 2 कैरेट का हीरा जड़ दिया गया!
जोन्स ने बताया, “मैंने अपनी असली आंख तो खो दी, लेकिन इस नई आंख ने मेरे जीवन में नई चमक ला दी है। अब यह सिर्फ एक मेडिकल डिवाइस नहीं, बल्कि एक कला का नमूना है।” हीरा रोशनी पड़ते ही जगमगा उठता है, जो जोन्स की ज्वेलरी डिजाइनिंग की क्रिएटिविटी को बखूबी दर्शाया भी है।
प्रक्रिया: 6 हफ्तों की मेहनत और अनोखा डिजाइन
इस क्रिएटिव आइडिया को हकीकत में बदलने के लिए जोन्स पहुंचे आर्टिफिशियल आंख विशेषज्ञ जॉन लिम के पास। लिम ने जोन्स की ख्वाहिश सुनी और एक स्पेशल ऑर्डर पर काम शुरू कर दिया। उन्होंने आंख को इस तरह डिजाइन किया कि हीरा बीच में फिट हो जाए और पूरी तरह सुरक्षित रहे। पूरी प्रक्रिया में करीब 6 हफ्ते लगे। लिम ने खुलासा किया कि उन्होंने अब तक 6 हफ्ते के शिशुओं से लेकर 101 साल के बुजुर्गों तक के लिए करीब 10,000 आर्टिफिशियल आंखें बनाई हैं, लेकिन यह सबसे अनोखी और महंगी रचना है। लागत का सटीक आंकड़ा तो सामने नहीं आया, लेकिन इतना पक्का है कि यह लाखों डॉलर की होनी चाहिए—क्योंकि 2 कैरेट का हीरा ही अकेला हजारों डॉलर का होता है!
सोशल मीडिया पर धूम और चिंताएं
जोन्स ने इस अनोखी आंख को कुछ महीने पहले इंस्टाग्राम (@driptriangle) पर शेयर किया, जिसके बाद यह वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी हिम्मत और क्रिएटिविटी की खूब तारीफ की। कई यूजर्स ने कमेंट्स में लिखा, “यह तो सुपरहीरो जैसा लग रहा है!” लेकिन कुछ ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उनका कहना था कि इतना महंगा हीरा जड़कर घूमना खतरनाक हो सकता है—कहीं चोरों की नजर न पड़ जाए। जोन्स अब जहां भी जाते हैं, वही लोगों का केंद्र बन जाते हैं। हर कोई उनकी आंख को करीब से देखना चाहता है!
यह कहानी हमें सिखाती है कि मुश्किलें हमें तोड़ सकती हैं, लेकिन सही सोच से हम उन्हें अपनी ताकत बना सकते हैं। स्लेटर जोन्स की तरह, जो अपनी कमजोरी को ही ताकत में बदल चुके हैं। क्या आप भी कभी सोचेंगे ऐसी क्रिएटिविटी के बारे में?

