छापेमारी के प्रमुख ठिकाने और कार्रवाई
एएनआई के अनुसार, छापेमारी हुसैनगंज, मड़ियांव, आईआईएम रोड और लालबाग जैसे इलाकों में हुई। विशेष रूप से डॉ. परवेज अंसारी के घर पर दबिश दी गई, जो संदिग्ध डॉ. अदील अहमद राथर और डॉ. शाहीन से जुड़े होने का शक है। डॉ. अंसारी का घर ताला लगा मिला, लेकिन आसपास के इलाकों में सघन तलाशी ली गई। मीडिया न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया कि जेकेए पुलिस और यूपी एटीएस की टीमों ने डॉ. मुजम्मिल गनई के कथित संपर्कों की जांच की, जो फरीदाबाद से गिरफ्तार हो चुका है।
यह ऑपरेशन 15 दिनों से चल रहा था और इसमें केंद्रीय एजेंसियों का भी सहयोग रहा। जेकेए पुलिस के बयान में कहा गया कि संदिग्धों ने पेशेवर और शैक्षणिक नेटवर्क का इस्तेमाल कर फंड जुटाए थे, जो कथित तौर पर सामाजिक और चैरिटी कार्यों के नाम पर इकट्ठा किए जा रहे थे। छापेमारी के दौरान कोई नया गिरफ्तार तो नहीं हुआ, लेकिन कई संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
गिरफ्तारियां और जब्त सामान
इस बहु-राज्यीय ऑपरेशन में अब तक 8 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिनमें 3 डॉक्टर शामिल हैं। प्रमुख गिरफ्तारियां इस प्रकार हैं:
• डॉ. मुजम्मिल गनई: पुलवामा (कश्मीर) का निवासी, फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में शिक्षक। उसके किराए के घर से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, हथियार और गोला-बारूद बरामद। वह जेएम के समर्थन में श्रीनगर में पोस्टर चिपकाने के आरोपी था।
• डॉ. शाहीन शाहिद: लखनऊ के लालबाग की रहने वाली महिला डॉक्टर, डॉ. मुजम्मिल की कथित गर्लफ्रेंड। उसके कार से एक AK-47 राइफल बरामद हुई। उसे हवाई मार्ग से श्रीनगर ले जाकर हिरासत में लिया गया।
• डॉ. अदील अहमद राथर: क्वाजिगुंड (अनंतनाग) का निवासी, सहारनपुर से गिरफ्तार। उसके लॉकर से एक AK-47 बरामद। वह GMC अनंतनाग में सीनियर रेजिडेंट था और जेएम पोस्टर मामले में वांछित था।
अन्य बरामदगी में चाइनीज स्टार पिस्टल, बेरेटा पिस्टल, AK-56 राइफल, AK क्रिंकोव राइफल, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट, बैटरी, वायर, रिमोट कंट्रोल, टाइमर और धातु की शीट्स शामिल हैं। कुल 2,900 किलो विस्फोटक सामग्री (अमोनियम नाइट्रेट, पोटैशियम नाइट्रेट और सल्फर) जब्त की गई, जो IED बनाने के लिए इस्तेमाल होती। पुलिस का मानना है कि यह नेटवर्क दो साल से सक्रिय था और दिल्ली सहित भीड़भाड़ वाले इलाकों पर बड़े हमले की साजिश रच रहा था।
दिल्ली विस्फोट से कनेक्शन?
दिल्ली के लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट के बाद यह छापेमारी तेज हुई। विस्फोट में एक DTC बस कंडक्टर अशोक कुमार (अमरोहा, यूपी के निवासी) समेत 9 लोगों की मौत हुई। एनआईए की टीम ब्लास्ट साइट पर पहुंच चुकी है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान से राष्ट्र को संबोधित कर हमलावरों को चेतावनी दी। गृह मंत्री अमित शाह ने आईबी डायरेक्टर से लगातार संपर्क बनाए रखा है।
यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि संवेदनशील धार्मिक स्थलों, सीमावर्ती जिलों और बॉर्डर एरिया में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कर्नाटक, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जेकेए में हाई अलर्ट है। फरीदाबाद में अल-फलाह यूनिवर्सिटी और आसपास के इलाकों में भी सर्च ऑपरेशन चल रहा है।
आगे की जांच
पुलिस ने यूएपीए, आर्म्स एक्ट और एक्सप्लोसिव सब्सटांस एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। वित्तीय जांच जारी है, जिसमें पाकिस्तानी नंबरों से लिंक और फंड फ्लो की पड़ताल हो रही। जेकेए पुलिस ने 30 से अधिक यूएपीए आरोपीयों की जमानत रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अधिकारी मानते हैं कि यह 2025 का सबसे बड़ा आतंकी बस्ट है, जो कश्मीर से दिल्ली तक फैले नेटवर्क को तोड़ सकता है।
यह घटना आतंकवाद के नए रूप को उजागर करती है, जहां शिक्षित और पेशेवर लोग कवर के तौर पर इस्तेमाल हो रहे हैं। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं, और जांच में नए खुलासे होने की उम्मीद है।

