प्राधिकरण के वेंडिंग ज़ोन पर बड़ा सवालः कैसे पक्की हुई दुकानें और मिले बिजली के कनेक्शन!

Noida Vending Zone: नोएडा प्राधिकरण की ओर से अतिक्रमण हटाने के लिए वेंडिंग ज़ोन परियोजना लाई गई। जिसके तहत सड़क पर ठेली पटरी लगाने वाले लोगों को एक जगह चिन्हित करने दी गई, लेकिन देखा जा रहा है कि जहाँ भी ठेली पटरी लगाने के लिए जगह दी गई, उन सभी स्थान पर पक्की दुकानें बना ली गई है। कुछ ने टीनशेड लगाया है तो कुछ ने पीओपी और जिपसम बोर्ड की दीवारें बना ली है। सवाल ये है कि वेंडिंग ज़ोन जब खड़े होने के लिए दिया गया तो यहाँ स्ट्रक्चर निर्माण कैसे हो गया। प्राधिकरण के अफसर हैरान और परेशान है। यहाँ बिजली विभाग ने इनको कनेक्शन कैसे दे दिया। सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से आला अफसरों को अवगत कराया गया है, क्योंकि इस सब में संबंधित वर्क सर्किल प्रभारी और जेई की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। इतना ही नहीं कनेक्शन देने वाले बिजली विभाग के अधिकारियों को भी पत्र लिखा जाएगा कि उन्हें कनेक्शन किस आधार पर दिए गए हैं।

क्या हो सकता है वेंडिंग ज़ोन में
वेंडिंग ज़ोन में केवल ठेली पटरी लगा सकते है ना कि निर्माण कर सकते हैं। वेंडिंग ज़ोन इसलिए दिया गया ताकि जगह जगह लगने वाले अतिक्रमण से मुक्ति मिल सके। ठेली पटरी हटाने के लिए प्राधिकरण की टीम का काम कम हो जाए और जो लोग काम कर रहे हैं वो करते रहें। मगर वेडिंग जोन के नाम पर पक्की दुकाने बानाई गई है। जोकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अवहेलना है।

ब्रह्मपुत्र मार्केट और सेक्टर 37 में प्राधिकरण ने ही बनाए स्ट्रक्चर

नोएडा प्राधिकरण की बड़ी लापरवाही सामने आई है। दरअसल वेंडिंग ज़ोन में वेंडर्स को केवल बैठने के लिए जगह चिन्हित करनी थी लेकिन कुछ जगहों पर प्राधिकरण ने खुद ही स्ट्रक्चर बनवाए। सेक्टर 29 स्थित ब्रह्मपुत्र मार्केट में नाले के ऊपर स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है जबकि सेक्टर 37 वेंडिंग ज़ोन में बकायदा टीन शेड लगाकर वेंडर्स को वेंडिंग ज़ोन दिया गया।

 

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