Indore News: मध्य प्रदेश के इंदौर में दूषित पेयजल के कारण गंभीर स्वास्थ्य संकट खड़ा हो गया है। भागीरथपुरा क्षेत्र और आसपास की कॉलोनियों में दूषित पानी पीने से अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 से अधिक लोग बीमार बताए जा रहे हैं। बीमारों को एमवाय अस्पताल, जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ मरीजों की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रभावित लोगों में बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग भी शामिल हैं, जिससे इलाके में भय और आक्रोश का माहौल है।
भागीरथपुरा क्षेत्र में नर्मदा लाइन
स्थानीय लोगों का कहना है कि तीन-चार दिन पहले भागीरथपुरा क्षेत्र में नर्मदा लाइन से जो पानी वितरित हुआ था उसमें केमिकल और पेट्रोल की बदबू आ रही थी। उन्होंने इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। संभवत: इसी दूषित पानी को पीने से उनकी तबीयत बिगड़ी है। वार्ड 11 के पार्षद कमल वाघेला ने बताया कि लोगों के बीमार पड़ने का सिलसिला रविवार रात से ही शुरू हो गया था। सोमवार को देर शाम तक 27 से ज्यादा लोग वर्मा नर्सिंग होम, त्रिवेणी अस्पताल, बीमा अस्पताल सहित अन्य अस्पतालों में भर्ती होकर उपचार ले रहे थे। वर्मा हॉस्पिटल में मंगलवार को पांच नए मरीज आए हैं, जबकि दो को डिस्चार्ज किया गया है। अभी यहां 20 मरीज भर्ती हैं। मरीजों के आने का सिलसिला जारी है। अन्य को त्रिवेणी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि इन सभी की स्थिति नियंत्रित और खतरे से बाहर है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए नगर निगम ने भागीरथपुराक्षेत्र की जल आपूर्ति अस्थायी रूप से बंद कर दी है और टैंकरों के माध्यम से साफ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर सर्वे कर रही हैं और प्रभावित कॉलोनियों में मेडिकल कैंप लगाए गए हैं। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी ही इस्तेमाल करें और किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत अस्पताल पहुंचें। प्रशासन ने लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई के संकेत भी दिए हैं।
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