आज की प्रमुख तेजी
• जूपिटर वैगन्स के शेयर 13-15% तक उछलकर ₹294-296 के स्तर पर पहुंच गए। कंपनी के प्रमोटर टाट्रावागोनका एएस ने कन्वर्टिबल वारंट्स के जरिए अतिरिक्त शेयर खरीदे, जिससे प्रमोटर होल्डिंग बढ़ी।
• IRCTC का शेयर 1% से ज्यादा चढ़कर ₹680 के आसपास कारोबार कर रहा है। इसका मुख्य कारण भारतीय रेलवे द्वारा किराया संरचना में बदलाव (रेशनलाइजेशन) की घोषणा है, जो 26 दिसंबर 2025 से लागू होगी। लंबी दूरी की ट्रेनों में किराए में मामूली बढ़ोतरी की खबरें भी आई हैं।
• रेलटेल 4% से ज्यादा मजबूत हुआ, क्योंकि कंपनी एलन मस्क की स्टारलिंक के साथ भारत में संभावित पार्टनरशिप की बातचीत में है।
• अन्य स्टॉक्स जैसे RVNL (5% ऊपर), IRFC (3% से ज्यादा) और BEML (5% तक) में भी अच्छी खरीदारी देखी गई।
2025 रहा कमजोर साल
यह रैली ऐसे समय में आई है जब 2025 रेलवे सेक्टर के लिए निराशाजनक रहा। कई स्टॉक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई:
• टाइटागढ़ रेल 30% नीचे
• राइट्स लगभग 25% गिरा
• टेक्समाको रेल 36% तक लुढ़का
• कुल मिलाकर सेक्टर की मार्केट वैल्यू में ₹1.32 लाख करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ
रेलवे भारत की कैपेक्स-ड्रिवन ग्रोथ की प्रमुख धुरी रहा है, लेकिन प्रोजेक्ट्स में देरी और मार्जिन पर दबाव के कारण निवेशकों का भरोसा डगमगाया।
बजट 2026-27 से क्या हैं उम्मीदें?
बजट फरवरी 2026 में पेश होगा और बाजार को रेलवे के लिए बड़ा बूस्ट मिलने की उम्मीद है। चर्चा है कि रेलवे कैपेक्स 10-12% बढ़कर रिकॉर्ड ₹2.76 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है। प्रमुख फोकस क्षेत्र:
• 300-400 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का रोलआउट
• कवच सेफ्टी सिस्टम के लिए दोगुनी अलोकेशन
• रेलवे मॉडर्नाइजेशन की अगली फेज
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट के संतोष मीणा का कहना है, “प्री-बजट हाइप रैली तो हर साल होती है, लेकिन 2026 में बाजार असली सबूत मांगेगा—बेहतर मार्जिन, तेज प्रोजेक्ट कमीशनिंग और ठोस एक्जीक्यूशन। तभी स्टॉक्स पुराने हाई पर वापस लौट पाएंगे।”
रेलवे सेक्टर पर निवेशकों की नजर बनी हुई है। अगर बजट में बड़े ऐलान होते हैं, तो मध्यम से लंबी अवधि में सेक्टर में मजबूत रिकवरी देखने को मिल सकती है।
(नोट: निवेश सलाह के लिए अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से संपर्क करें।)

