सत्र में वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ पर पांच घंटे की विशेष बहस हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “वंदे मातरम कांग्रेस की तुष्टीकरण की साजिश का शिकार बना।”अपना दल (एस) नेता शिवपाल यादव ने कहा, “वंदे मातरम हम सभी के लिए सम्मान की बात है।”
वहीं, कोडीन कफ सिरप मामले को लेकर विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने विधानसभा के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। सपा विधायकों ने पोस्टर और कटआउट लेकर “कोडीन से मौतों का हिसाब दो” और “माफिया को जवाब दो” जैसे नारे लगाए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर घोटाले के दोषियों को बचाने का आरोप लगाया, जबकि सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा कि शक्तिशाली लोग शामिल हैं लेकिन अछूत हैं, जैसे शुभम जायसवाल जो दुबई भाग गया और अमित सिंह टाटा। उन्होंने भ्रष्टाचार की जड़ों को सत्ता में बैठे लोगों द्वारा संरक्षित बताया।
यूपी विधानसभा में आज कोडीन सिरप को लेकर समाजवादी पार्टी के विधायकों ने हंगामा किया, जिस पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोडीन सिरप यूपी में नहीं बनता, कफ सिरप से यूपी में कोई मौत नहीं हुई है, यूपी में सबसे बड़े होलसेलर को सपा सरकार में लाइसेंस जारी किया था.इसके बाद यूपी ने बड़ा हमला करते हुए कहा कि देश में दो नमूने हैं, एक दिल्ली में और एक यहां. दिल्लीवाले जरूरी मुद्दों पर विदेश भाग जाते हैं, यही बबुआ भी करेंगे, लंदन भाग जाएंगे. योगी के इस बयान को लेकर हंगामा हुआ और सपा ने वाकआउट तक कर दिया, 225 नामजद आरोपी हैं, 78 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और जरूरत पड़ने पर बुलडोजर चलेगा, कोई दोषी नहीं बचेगा।”
सत्र में स्वास्थ्य सुविधाओं पर भी चर्चा हुई, जहां बताया गया कि जिला अस्पतालों में आईसीयू बेड उपलब्ध हैं और गरीबों को मुफ्त इलाज मिल रहा है। पूर्व मंत्री ब्रजेश पाठक ने 2017 से पहले अस्पतालों में रिकॉर्ड रखने की आवश्यकता का जिक्र किया।
यह सत्र बजट चर्चा और वंदे मातरम पर प्रस्ताव के साथ जारी रहेगा, लेकिन कोडीन मामले पर विपक्ष की आक्रामकता से हंगामेदार रहने की संभावना है।

