सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट की गई एक भावुक इमेज के जरिए विनेश ने अपने फैसले का ऐलान किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “लोग बार-बार पूछते रहे कि क्या पेरिस मेरा अंत था। लंबे समय तक मेरे पास इसका जवाब नहीं था। मुझे चटाई से दूर, दबाव से दूर, अपेक्षाओं से दूर, यहां तक कि अपनी महत्वाकांक्षाओं से भी दूर जाना पड़ा। वर्षों बाद पहली बार मैंने खुद को सांस लेने का मौका दिया।” उन्होंने आगे कहा, “उस चुप्पी में मैंने कुछ ऐसा पाया जो मैं भूल चुकी थी—‘आग कभी नहीं बुझी’। वह थकान और शोर के नीचे दबी हुई थी। अनुशासन, रूटीन, लड़ाई… यह सब मेरी रगों में है। चाहे मैं कितनी दूर चली जाऊं, मेरा एक हिस्सा चटाई पर ही रह गया।”
विनेश का यह कमबैक न केवल खेल जगत के लिए बल्कि उनके प्रशंसकों के लिए भी एक नई उम्मीद की किरण है। पेरिस ओलंपिक में 50 किलो वर्ग की फाइनल से ठीक पहले वजन में 100 ग्राम की अधिकता के कारण अयोग्य घोषित होने के बाद उन्होंने 8 अगस्त 2024 को संन्यास ले लिया था। उस घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था, क्योंकि विनेश ने फाइनल तक पहुंचकर तीन महाद्वीपीय चैंपियनों को हराया था। उनकी यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) और कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (सीएएस) में अपील खारिज हो गई, जिसके बाद भावनात्मक आघात ने उन्हें संन्यास की ओर धकेल दिया।
अब, मातृत्व के इस नए अध्याय के साथ विनेश लौट रही हैं। उन्होंने पोस्ट में कहा, “इस बार मैं अकेली नहीं चल रही—मेरा बेटा मेरी टीम में शामिल हो रहा है, मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा, इस लॉस एंजेलिस ओलंपिक की राह पर मेरा छोटा चीयरलीडर।” विनेश, जो 2024 में हरियाणा विधानसभा की जुलाना सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधायक बनीं, ने मातृत्व अवकाश के बाद यह फैसला लिया है। उनके इस कमबैक को खेल विशेषज्ञों ने “मां बनने के बाद मजबूत वापसी करने वाली भारतीय एथलीटों की परंपरा” का हिस्सा बताया है।
विनेश का करियर हमेशा उतार-चढ़ाव भरा रहा है। रियो 2016 में चोट के कारण हार, टोक्यो 2021 में विश्व नंबर-1 होते हुए भी शुरुआती दौर में बाहर होना, और अब पेरिस का विवाद—इन सबके बावजूद वह दो बार की विश्व चैंपियनशिप ब्रॉन्ज मेडलिस्ट, एशियाई चैंपियन, एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता और तीन बार की राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता हैं। वह एकमात्र भारतीय महिला पहलवान हैं जिन्होंने एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों दोनों में स्वर्ण जीता है।
उनके ऐलान पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का सैलाब आ गया है। पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने लिखा, “वापसी का स्वागत है चैंपियन! 2028 में स्वर्ण का इंतजार कर रहे हैं।” वहीं, अभिनेत्री तापसी पन्नू ने कहा, “तुम्हारी आग ने कभी हार नहीं मानी। पूरे देश के साथ हम चीयर करेंगे।” कुछ आलोचनाओं के बीच भी ज्यादातर प्रतिक्रियाएं प्रेरणादायक हैं, जैसे एक यूजर ने लिखा, “पेरिस का दर्द पूरे देश ने महसूस किया। 1.4 अरब भारतीय 2028 में तुम्हारे लिए गर्जना करेंगे।”
विनेश का यह सफर न केवल व्यक्तिगत विजय की कहानी है, बल्कि भारतीय खेलों में मातृत्व और महत्वाकांक्षा के संतुलन का प्रतीक भी। ओलंपिक चैनल के अनुसार, वह लॉस एंजेलिस 2028 के लिए तैयारी शुरू कर चुकी हैं, और भारतीय कुश्ती महासंघ उनका पूरा समर्थन देगा।

