जीत के बाद मीडिया से बातचीत में मैथिली ठाकुर ने कहा,
“मैं बहुत जिम्मेदार महसूस कर रही हूं। अभी मैंने शपथ भी नहीं ली है, लेकिन अभी से हमने काम करना शुरू कर दिया है। जनता ने बहुत उम्मीद के साथ अपने विधायक को चुना है और अब मुझे उस उम्मीद पर खरा उतरना है।”
SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवाइवल) मुद्दे पर साधी चुप्पी
जब उनसे अलीनगर क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से चल रहे विवादास्पद SIR प्रोजेक्ट (जिसे विपक्ष ‘भूमि अधिग्रहण में अनियमितता’ और ‘पर्यावरण उल्लंघन’ का मामला बता रहा है) के बारे में पूछा गया, तो मैथिली ठाकुर ने स्पष्ट रूप से टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा,
“विपक्ष के बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहती हूं। मेरा फोकस सिर्फ यह है कि मेरी विधानसभा को कैसे आगे लेकर जाना है।”
गौरतलब है कि इसी SIR प्रोजेक्ट की वजह से पिछले विधायक (राजद) को इस्तीफा देना पड़ा था और उपचुनाव कराना पड़ा था। विपक्षी दल इसे लगातार बड़ा मुद्दा बनाए हुए हैं, जबकि सत्ताधारी एनडीए इसे विकास का अहम प्रोजेक्ट बताने में लगा हुआ है।
मैथिली ठाकुर की इस जीत को भाजपा ने बिहार में अपनी मजबूत वापसी का संकेत बताया है, वहीं विपक्ष ने इसे “कम मतदान और ईवीएम विवाद” से जोड़ने की कोशिश की है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि नई विधायक SIR जैसे ज्वलंत मुद्दों पर विधानसभा में क्या रुख अपनाती हैं और क्षेत्र के विकास के लिए सबसे पहले कौन से कदम उठाती हैं।

