यह घटना आयरलैंड की पहली पारी के 56वें ओवर की दूसरी गेंद पर हुई, जब नरसिंघदी जिले (ढाका के करीब) में भूकंप का केंद्र रहा। स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 10:38 बजे आए इन झटकों ने स्टेडियम की छत को भी कंपा दिया। खिलाड़ी तुरंत बाउंड्री की ओर भागे, जबकि दर्शक सीटों से उछल पड़े।
आयरलैंड के डगआउट में बैठे खिलाड़ियों के चेहरे पर तनाव साफ झलक रहा था, और अंपायरों ने फौरन मैच रोकने का फैसला लिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में स्टेडियम की लाइव फीडिंग हिलती नजर आ रही है, जो इस दहशत भरे पल को बयां करती है। एक दर्शक ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “मिरपुर स्टेडियम में भूकंप के झटके महसूस हुए, स्टैंड की छत कुछ सेकंड तक हिलती रही। मैच रुक गया।”
मैच को करीब 3-4 मिनट के लिए रोका गया, और फिर सुरक्षा जांच के बाद खेल दोबारा शुरू हो गया। कमेंटेटर शमनॉय घोष ने प्रसारण के दौरान शांत स्वर में इसकी पुष्टि की, जो उस भ्रमपूर्ण माहौल में एकमात्र स्थिरता की तरह लगी। बांग्लादेश भूकंप प्रवण क्षेत्र में स्थित है, जहां ऐसे झटके बिना चेतावनी के आ सकते हैं, लेकिन क्रिकेट मैच के बीच ऐसा होना बेहद दुर्लभ है। कोई नुकसान या चोट की खबर नहीं आई है, लेकिन यह घटना सभी को सतर्क कर गई।
इस भूकंप के असर को भारत के कोलकाता में भी महसूस किया गया, जहां लोगों ने घरों और दफ्तरों से बाहर भागकर अपनी जान बचाई। वहां हल्के झटकों ने कुछ सेकंड तक घबराहट फैला दी, लेकिन कोई हादसा नहीं हुआ। एक्स पर एक यूजर ने लिखा, “ढाका में टेस्ट मैच के बीच भूकंप! खिलाड़ी और फैंस सदमे में।
कोलकाता में भी महसूस हुआ। प्रकृति की अप्रत्याशितता।”
क्रिकेट इतिहास में भूकंप के कारण मैच रुकना असामान्य है। 2022 में यू-19 वर्ल्ड कप के दौरान आयरलैंड-जिम्बाब्वे मैच में भी 5.2 तीव्रता के झटकों ने कमेंट्री बॉक्स को हिला दिया था, हालांकि खिलाड़ी अनजान रहे। लेकिन ढाका की यह घटना टेस्ट क्रिकेट में एक नया अध्याय जोड़ा है, जहां खेल और प्रकृति का टकराव सबको याद दिला गया कि कुछ चीजें मानव नियंत्रण से बाहर होती हैं।
मैच फिलहाल जारी है, और दोनों टीमें इस अप्रत्याशित रुकावट के बाद फोकस में लौटने की कोशिश कर रही हैं। बांग्लादेशी बोर्ड ने सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है। यह घटना क्रिकेटप्रेमियों को न केवल खेल की रोमांचकता, बल्कि जीवन की नाजुकता की भी याद दिला गई।

