नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक (एमडी) मनोज गौर को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी हो बायर्स के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में की गई है। बताया जा रहा है कि बायर्स का पैसा दूसरी जगह डायवर्ट किया गया है।
द हिन्दू अखबार की खबर के अनुसार, मनोज गौर को मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत हिरासत में लिया गया है। जांच का मुख्य फोकस कंपनी द्वारा घर खरीदारों को धोखा देने के आरोपों पर है, जिसमें हजारों खरीदारों के पैसे फंसे होने की शिकायतें शामिल हैं। जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स के लिए जानी जाती है, लेकिन कंपनी लंबे समय से वित्तीय संकट और डिलीवरी में देरी के आरोपों का सामना कर रही है। इससे पहले भी कंपनी के खिलाफ होमबायर्स की ओर से कई मुकदमे दर्ज हो चुके हैं।
ईडी की यह कार्रवाई कंपनी के फंड्स के दुरुपयोग और मनी लॉन्ड्रिंग की आशंकाओं की गहन जांच का हिस्सा है। मनोज गौर को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया और अब उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। यह मामला रियल एस्टेट सेक्टर में पारदर्शिता और खरीदारों के हितों की रक्षा को लेकर उठ रहे सवालों को और मजबूत करता है।
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