घटना का विवरण: लाल किले के पास IED ब्लास्ट
सोमवार शाम करीब 6:52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 1 के पास सुभाष मार्ग ट्रैफिक सिग्नल पर एक धीमी गति से चल रही हुंडई i20 कार में जोरदार धमाका हुआ। प्रारंभिक जांच में यह IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) से जुड़ा फिदायीन हमला माना जा रहा है। धमाके की तीव्रता इतनी थी कि आसपास की कई गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं और पैदल यात्री प्रभावित हुए। दिल्ली पुलिस कमिश्नर सतीश गोलचा ने बताया कि घटनास्थल पर दिल्ली क्राइम ब्रांच, स्पेशल ब्रांच और फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की टीमें तुरंत पहुंच गईं।
घायलों को लोक नायक जयप्रकाश (LNJP) अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां गृहमंत्री अमित शाह ने व्यक्तिगत रूप से उनका हालचाल जाना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूटान दौरे के दौरान शाह से फोन पर बात की और कहा, “जिसने यह साजिश रची है, उसे दंड जरूर मिलेगा।”
मल्टी-एजेंसी ऑपरेशन
धमाके के तुरंत बाद गृहमंत्री शाह ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) डायरेक्टर तपन डेका से बात की। उन्होंने NIA, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG), FSL और दिल्ली पुलिस को समन्वित जांच के निर्देश दिए। मंगलवार सुबह शाह के आवास पर आयोजित हाई-लेवल बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन, IB चीफ, NIA महानिदेशक सदानंद वसंत दाते, दिल्ली पुलिस कमिश्नर और जम्मू-कश्मीर DGP नलिन प्रभात (वर्चुअल) शामिल हुए। बैठक करीब सवा घंटे चली, जिसमें जांच की प्रगति पर चर्चा हुई।
शाह ने कहा, “हम सभी पहलुओं की गहन जांच कर रहे हैं। किसी एंगल को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। जो भी नतीजे आएंगे, उन्हें जनता के सामने रखेंगे।” NIA ने यूएपीए (गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है और दिल्ली, फरीदाबाद, पुलवामा समेत कई जगहों पर छापे मारे गए। सूत्रों के अनुसार, धमाके के चालक का फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से संबंध है, जबकि एक आरोपी डॉक्टर उमर के पिता को हिरासत में लिया गया है। पाकिस्तान कनेक्शन की भी पड़ताल चल रही है।
पूरे देश में चौकसी
घटना के बाद गृह मंत्रालय ने दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, जयपुर, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार समेत कई राज्यों में हाई अलर्ट जारी किया। 500 से अधिक IPS अधिकारियों को तैनात किया गया है, जो हर संभावित संदिग्ध की कुंडली जांच रहे हैं। CCTV फुटेज, डिजिटल ट्रेल और खुफिया इनपुट पर फोकस है। NSG की टीमें प्रमुख स्थलों पर तैनात हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे “दर्दनाक और चिंताजनक” बताया, जबकि AAP सांसद संजय सिंह ने सरकार पर निशाना साधा कि “सीजफायर से पाकिस्तानी तत्वों का मनोबल बढ़ा।” राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राहुल गांधी और झारखंड CM हेमंत सोरेन ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
आगे की रणनीति
गृहमंत्री शाह ने स्पष्ट किया कि दिल्ली की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा। NIA को 48 घंटे में विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है। बागेश्वर धाम के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने भी फांसी की सजा की मांग की। यह घटना राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर सवाल खड़ी करती है, और सरकार हर स्तर पर सतर्कता बरत रही है।

