घटना के तुरंत बाद व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। राष्ट्रपति शीनबॉम ने बुधवार को अपनी दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी पुष्टि की और कहा, “यह व्यक्ति पूरी तरह शराब के नशे में धुत था। वीडियो देखने के बाद ही मुझे एहसास हुआ कि क्या हुआ। मैंने न केवल खुद के लिए, बल्कि देश की हर महिला के लिए एफआईआर दर्ज कराई है।” उन्होंने जोर देकर कहा, “अगर राष्ट्रपति के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम महिलाओं का क्या होगा? मैक्सिको में 70 प्रतिशत महिलाओं को जीवन में कम से कम एक बार यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। यह हम सभी पर हमला है।” शीनबॉम ने राज्यों से यौन उत्पीड़न के खिलाफ कानूनों की समीक्षा करने और रिपोर्टिंग प्रक्रिया को सरल बनाने की अपील की, साथ ही एक जागरूकता अभियान चलाने की घोषणा की।
यह घटना राष्ट्रपति भवन (नेशनल पैलेस) से शिक्षा मंत्रालय तक मात्र पांच मिनट की पैदल दूरी पर हुई। शीनबॉम अपने पूर्ववर्ती एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्राडोर की तरह न्यूनतम सुरक्षा के साथ जनता के बीच घूमना पसंद करती हैं, ताकि “लोगों से जुड़ाव बना रहे।” लेकिन वीडियो में सुरक्षा कर्मियों की अनुपस्थिति ने चिंताएं बढ़ा दीं। विपक्षी नेता और महिला अधिकार कार्यकर्ता पट्रीसिया मर्काडो ने कहा, “यह हजारों महिलाओं की दैनिक जिंदगी का प्रतिबिंब है। राष्ट्रपति को होने वाला यह अपमान हर महिला के सम्मान पर सवाल है।” मैक्सिको सिटी की मेयर क्लारा ब्रुगाडा ने भी इसे “महिलाओं के प्रतिनिधित्व की प्रतीकात्मकता से आगे की चुनौती” बताया।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद मैक्सिको भर में आक्रोश फैल गया। एक्स (पूर्व ट्विटर) पर हजारों यूजर्स ने #EndHarassmentInMexico जैसे हैशटैग के साथ प्रतिक्रिया दी। एक यूजर ने लिखा, “राष्ट्रपति को भी सुरक्षा नहीं, तो सड़क पर चलने वाली लड़कियां क्या करें?” संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के मुताबिक, मैक्सिको में महिलाओं के खिलाफ हिंसा का 98 प्रतिशत मामला अनसुलझा रह जाता है। शीनबॉम, जो खुद 12 साल की उम्र में सार्वजनिक परिवहन में उत्पीड़न का शिकार हुई थीं, ने इसे “पुरुषवादी संस्कृति” का परिणाम बताया।
यह घटना शीनबॉम के कार्यकाल की शुरुआत में आई है, जब वे महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर दे रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह मैक्सिको में फेमिसाइड और लिंग-आधारित हिंसा के खिलाफ व्यापक बहस को तेज करेगी। राष्ट्रपति ने स्पष्ट संदेश दिया: “महिलाओं का निजी स्थान किसी की मर्जी से उल्लंघन नहीं हो सकता।” मामले की जांच जारी है, और उम्मीद है कि यह सामाजिक परिवर्तन का उत्प्रेरक बनेगा।

