परेड का शुभारंभ प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सरदार पटेल को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद हुआ। उन्होंने देशवासियों को ‘एकता की शपथ’ दिलाई, जिसमें सभी ने संकल्प लिया कि “हम भारत की एकता, अखंडता और संप्रभुता को बनाए रखेंगे तथा उसके प्रति सदैव निष्ठावान रहेंगे।” पीएम मोदी ने परेड का निरीक्षण किया और सभी टुकड़ियों को सलामी दी। इस अवसर पर उन्होंने कहा, “सरदार पटेल का भारत एकजुट, सशक्त और आत्मनिर्भर है। जो आंख उठाकर देखता है, उसे जवाब मिलता है।” परेड में 16 से अधिक टुकड़ियां शामिल हुईं, जिनमें बीएसएफ, सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी और विभिन्न राज्यों की पुलिस बलों की महिला दस्ताएं प्रमुख रहीं। गणतंत्र दिवस परेड की तर्ज पर आयोजित इस परेड में अनुशासन, साहस और एकता का अनुपम प्रदर्शन हुआ।
इस वर्ष का विशेष आकर्षण गुजरात कैडर की युवा आईपीएस अधिकारी डॉ. एच. पी. सिमरन भारद्वाज का शपथ परेड की कमान संभालना रहा। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया और परेड का नेतृत्व किया। सिमरन भारद्वाज, जो गुजरात पुलिस में सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में सेवा दे रही हैं, ने कहा, “यह मेरे लिए गौरव का क्षण है। नारीशक्ति का नेतृत्व सरदार पटेल के एकीकरण के संदेश को मजबूत करता है।” परेड में सभी टुकड़ियों का कमांड महिला अधिकारियों ने संभाला, जो प्रधानमंत्री के ‘महिलाओं को सशक्त बनाने’ के विजन का जीवंत उदाहरण था।
परेड के दौरान 10 विशेष झांकियां प्रस्तुत की गईं, जो राज्यों की सांस्कृतिक विरासत और उपलब्धियों को दर्शाती रहीं। जनजातीय संस्कृति की झलक दिखाने वाली ये झांकियां ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की थीम पर आधारित थीं। भारतीय वायुसेना का ‘ऑपरेशन सूर्यकिरण’ के तहत फ्लाई-पास्ट ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा, 900 से अधिक कलाकारों ने सांस्कृतिक प्रदर्शन किए, जिसमें पारंपरिक नृत्य, संगीत और भारत पर्व के तत्व शामिल थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पटना में आयोजित संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा, “सरदार पटेल केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा हैं। यह परेड हर वर्ष 31 अक्टूबर को आयोजित होगी, जो एकता का प्रतीक बनेगी।”
देशभर में ‘रन फॉर यूनिटी’ का आयोजन भी जोर-शोर से हुआ, जिसमें लाखों लोग शामिल हुए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में ‘सारदार @150 यूनिटी मार्च’ का शुभारंभ किया, जबकि दिल्ली, बिहार और अन्य राज्यों में स्कूलों-कॉलेजों में निबंध प्रतियोगिताएं और देशभक्ति कार्यक्रम आयोजित हुए। इस दिवस का उद्देश्य नागरिकों में राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
2014 में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू किया गया यह दिवस सरदार पटेल के 565 रियासतों को एक सूत्र में बांधने के योगदान को सलाम करता है।
एकता नगर में 11,500 से अधिक दर्शकों ने इस ऐतिहासिक आयोजन के साक्षी बने। गुजरात सरकार के मुख्य सचिव पंकज जोशी ने बताया कि परेड के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी, ताकि अधिक से अधिक लोग इसमें भाग ले सकें। यह आयोजन न केवल सरदार पटेल की 150वीं जयंती को यादगार बनाता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एकता का संदेश भी छोड़ता है।

