नोएडा। नोएडा के काफी ऐसे सेक्टर है जहां पार्किंग की विकट समस्या हो रही है। खासतौर से पुराने सेक्टरों में जहां सड़कें 9 और 12 मीटर की है। अब शासन स्तर से औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्रों में भवन नियमावली में बदलाव करने की तैयारी है। इसमें मुख्य तौर पर प्रस्तावित फ्लोर एरिया रेशियो (एफएआर) को बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, नोएडा प्राधिकरण सीधे तौर पर इसके पक्ष में नहीं है। अफसर जानते है कि एफएआर में बदलाव हुआ तो पार्किंग को लेकर हाहाकार मच सकता है।
प्राधिकरण ने शासन को भेजा सुझाव
इस बाबत प्राधिकरण ने शहर की मौजूदा स्थिति को देखते हुए शासन को सुझाव भेजा है कि अगर एफएआर बढ़ाया जाना है तो पार्किंग समेत अन्य अवस्थापना सुविधाओं को देखना जरूरी होगा। एफएआर बढ़ने से मौजूदा इमारतें ऊंची होने का विकल्प खुलेगा। इससे कई सेक्टरों में पार्किंग की समस्या विकट हो जाएंगी। नोएडा लगभग बस चुका है। ऐसे में सड़कों की और चैड़ाई बढ़ाना मुमकिन नहीं है।
वहीं, कुछ महीने पहले आवास एवं शहरी नियोजन विभाग ने सभी विकास प्राधिकरण क्षेत्रों में एफएआर बढ़ाया है। इसके बाद शासन स्तर से भी एफएआर बढ़ाने को लेकर तैयारी चल रही है। गौतमबुद्धनगर में नोएडा, ग्रेनो और यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण हैं। इनके अलावा प्रदेश में अन्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण हैं। सभी के क्षेत्र में एफएआर की सीमा अलग-अलग है। शासन स्तर से अब इसे एक करने की तैयारी है। खासतौर से औद्योगिक और आईटी प्लॉट पर एफएआर बढ़ाया जाना है। एफएआर के अलावा जमीन- उपयोग, ग्राउंड कवरेज, सेटबैक और ग्रीन एरिये पर विचार हो रहा है।
एफएआर बढ़ाने का प्रस्ताव
एफएआर बढ़ाने का प्रस्ताव बदलाव में अहम होगा। अभी औद्योगिक प्लॉट का एफएआर 0.6 से 2 है जिसे बढ़ाकर 2.5 से 3 तक, ग्रुप हाउसिंग का 2.75 से 3.5 है जिसे 3.5 तक, आईटी व संस्थागत का 0.8 से 2.75 है जिसे 1.2 से 3 तक और वाणिज्यिक का एफएओर 1.2 से 4 है जिसे 1.5 से 4 तक किया जाना प्रस्तावित है।
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