पुलिस ने बताया कि ASI संदीप, जो एसपी कार्यालय के साइबर सेल में तैनात थे, ने कनपटी पर अपनी सर्विस रिवाल्वर से गोली मारी। शव सफेद शर्ट और नीली जींस पहने हुए चारपाई के पास पड़ा मिला, जबकि रिवाल्वर पास ही फेंकी हुई थी। DSP गुलाब सिंह ने मौके पर पहुंचकर FSL (फॉरेंसिक साइंस लैब) टीम को बुलाया, जिसमें डॉ. सरोज दहिया शामिल रहीं। परिजनों के बयान दर्ज होने और FSL रिपोर्ट के बाद ही मौत का पुख्ता कारण स्पष्ट होगा।
सुसाइड नोट और वीडियो में खुलासे
सुसाइड नोट में संदीप ने लिखा कि पूरन कुमार भ्रष्ट अधिकारी थे और उनके खिलाफ कई सबूत मौजूद थे। उन्होंने दावा किया कि पूरन ने रोहतक रेंज में पोस्टिंग के बाद ईमानदार अधिकारियों को हटाकर भ्रष्ट लोगों को तरजीह दी। “ये लोग फाइलें रोकते थे, शिकायतकर्ताओं को बुलाकर पैसे मांगते थे और मानसिक यातना देते थे। पूरन ने जातिवाद का सहारा लेकर सिस्टम को हाईजैक कर लिया था। वे गिरफ्तारी के डर से ही खुदकुशी कर बैठे।” संदीप ने अपनी ‘शहादत’ देकर पूरन परिवार की संपत्ति और भ्रष्टाचार की जांच की मांग की। वीडियो मैसेज में भी यही आरोप दोहराए गए हैं, जिसमें उन्होंने कहा कि यह जाति का मुद्दा नहीं, बल्कि सच्चाई का सवाल है।
सूत्रों के अनुसार, संदीप पूरन कुमार के गनर सुशील कुमार के वसूली मामले की जांच कर रहे थे। सुशील पर शराब ठेकेदारों से मासिक वसूली का आरोप था, और पूरन के पत्नी IAS अमनीत पी. कुमार ने इसे फंसाने की साजिश बताया था। संदीप को SIT ने 12 अक्टूबर को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिससे वे आहत थे। इसके अलावा, रोहतक SP नरेंद्र बिजारणिया के ट्रांसफर से भी वे नाराज थे।
IPS पूरन कुमार मामले का कनेक्शन
यह घटना IPS पूरन कुमार की 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में हुई आत्महत्या के ठीक एक हफ्ते बाद घटी है। पूरन ने 9 पेज के नोट में 16 वरिष्ठ IAS-IPS अधिकारियों पर जातिगत भेदभाव और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया था। उनके नोट में DGP शत्रुजीत सिंह कपूर और SP नरेंद्र बिजारणिया के नाम थे, जिसके बाद सरकार ने DGP को छुट्टी पर भेजा और SP का ट्रांसफर कर दिया। पूरन के परिवार ने अभी तक शव का पोस्टमॉर्टम नहीं कराया है, और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने परिवार से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) के चेयरमैन किशोर मकवाना ने पूरन को ‘न्याय का प्रतीक’ बताया और जांच की मांग की। सोशल मीडिया पर #HaryanaPoliceSuicide और #PuranKumarCase ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग पुलिस सिस्टम में भ्रष्टाचार और जातिवाद पर सवाल उठा रहे हैं।
पुलिस विभाग में हड़कंप
हरियाणा पुलिस में लगातार हो रही इन घटनाओं से विभाग में अवसाद का माहौल है। पूर्व SP नरेंद्र बिजारणिया के ट्रांसफर के बाद नए SP सुरिंदर सिंह भोरिया ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। पुलिस ने संदीप के सुसाइड नोट और वीडियो की फॉरेंसिक जांच शुरू कर दी है, लेकिन फिलहाल कोई FIR दर्ज नहीं हुई। परिजनों ने किसी पारिवारिक विवाद से इंकार किया है।
यह मामला पुलिस महकमे में व्याप्त भ्रष्टाचार, जातिवाद और दबाव की गहरी पड़ताल की मांग करता है। जांच के नतीजे आने तक रोहतक और चंडीगढ़ में तनाव बना हुआ है।

