महारानी राधिकाराजे गायकवाड़, जो बड़ौदा के गायकवाड़ राजवंश की संरक्षक हैं, ने इस गरबा नाइट में एलवीपी हेरिटेज गरबा कार्यक्रम का नेतृत्व किया। सिंपल लेकिन खूबसूरत घाघरा पहनकर वे डांडिया रास की धुन पर थिरकती रहीं, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर लाखों व्यूज बटोर चुके हैं। एक यूजर ने लिखा, “शाही ठाठ-बाट के बीच इतनी सादगी!
सच्ची रानी का अंदाज।” यह आयोजन नवरात्रि उत्सव का हिस्सा था, जहां विरासत संरक्षण और सामाजिक उत्तरदायित्व को बढ़ावा देने का संदेश भी दिया गया। महारानी राधिकाराजे खुद वस्त्र पुनरुद्धार और सांस्कृतिक संरक्षण की मजबूत पक्षधर हैं, जो इस गरबा के जरिए स्थानीय कारीगरों को भी प्रोत्साहित करती रहीं।
लक्ष्मी विलास पैलेस, जो दुनिया का सबसे बड़ा निजी निवास माना जाता है, इस गरबा का परफेक्ट बैकड्रॉप साबित हुआ। यह महल बकिंघम पैलेस से चार गुना बड़ा है और इसकी कीमत करीब 25,000 करोड़ रुपये आंकी जाती है। महल में 170 कमरे, आलीशान बगीचे, संग्रहालय और ऐतिहासिक कलाकृतियां हैं, जो गायकवाड़ राजवंश की भव्य विरासत की गवाही देते हैं। महारानी राधिकाराजे, जो समरजीत सिंह गायकवाड़ की पत्नी हैं, इस पैलेस की संरक्षक हैं। वे न सिर्फ अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती हैं, बल्कि सामाजिक कार्यों और पर्यावरण संरक्षण में भी सक्रिय रहती हैं। हाल ही में उन्होंने पैलेस को पर्यटकों के लिए खोलने का फैसला लिया, ताकि आम लोग इस शाही वैभव का लुत्फ उठा सकें।
भारत के राजघरानों की परंपरा में गरबा हमेशा से एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। गुजरात के इस पारंपरिक नृत्य ने महारानी की सादगी को निखार दिया, जो आधुनिकता और परंपरा का अनोखा संगम दर्शाता है। नवरात्रि के इस उत्सव में उनका अंदाज न सिर्फ युवाओं को प्रेरित कर रहा है, बल्कि शाही परिवारों की नई पीढ़ी को जनता से जोड़ने का संदेश भी दे रहा है। सोशल मीडिया पर #MaharaniGarba और #RadhikaGaekwad जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लोग उनकी तारीफों के पुल बांध रहे हैं।
अगर आप भी इस नवरात्रि में गरबा का मजा लेना चाहते हैं, तो वडोदरा जैसे शहरों में ऐसे आयोजनों की भरमार है। महारानी राधिकाराजे का यह जलवा साबित करता है कि सच्ची सुंदरता सादगी में ही छिपी होती है। नवरात्रि की बधाई!

