नोएडा के स्कूल में 10 साल की तनिष्का की रहस्यमये तरीके से हुई मौत, परिवार ने लगाए लापरवाही के आरोप, जांच जारी

Ten-year-old Tanishka mysteriously dies in a Noida school: उत्तर प्रदेश के नोएडा के सेक्टर-31 स्थित प्रेसीडियम स्कूल में 4 सितंबर को एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया। छठी कक्षा की 10 वर्षीय छात्रा तनिष्का शर्मा लंच ब्रेक के बाद बेहोश हो गईं और अस्पताल पहुंचने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। परिवार ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही और घटना को छिपाने के गंभीर आरोप लगाए हैं, जबकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ब्रेन हेमरेज का पता चला है, लेकिन मौत का सटीक कारण अभी भी अस्पष्ट है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

तनिष्का की मां तृप्ता शर्मा ने एक वीडियो संदेश में दर्द भरी गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी पूरी तरह स्वस्थ थी। मैंने उसे स्कूल छोड़ा था, लेकिन दोपहर करीब 11:30 बजे स्कूल से फोन आया कि वह बेहोश हो गई है। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने कहा कि वह ‘ब्रॉट डेड’ (लाश के रूप में लाई गई) थी।” तृप्ता ने स्कूल स्टाफ के विरोधाभासी बयानों पर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि पहले स्कूल ने कहा कि तनिष्का खाना खाते समय बेहोश हुईं, लेकिन बाद में दावा किया गया कि वह सीढ़ियों से उतरते समय गिर पड़ीं। परिवार का आरोप है कि स्कूल ने तुरंत अस्पताल ले जाने के बजाय पहले स्कूल की इन्फर्मरी में इलाज की कोशिश की, जिससे कीमती समय बर्बाद हो गया।

परिवार के एक सदस्य ने बताया, “स्कूल ने हमें सीसीटीवी फुटेज भी नहीं दिखाई। हम संदेह कर रहे हैं कि कोई फाउल प्ले तो नहीं हुआ। हम सिर्फ सच्चाई जानना चाहते हैं।” पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ब्रेन हेमरेज की पुष्टि हुई है, लेकिन विसेरा रिपोर्ट का इंतजार है, जो मौत के पीछे छिपे किसी जहर या अन्य कारण का खुलासा कर सकती है। कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि तनिष्का को खाने में कुछ अटक गया था, जिससे वह बेहोश हुईं।

स्कूल प्रिंसिपल मानवता शारदा ने पीटीआई को दिए बयान में सफाई दी। उन्होंने कहा, “छात्रा अचानक बीमार पड़ गईं। हमने तुरंत कैलाश अस्पताल ले जाया, जहां डॉक्टरों ने प्रारंभिक इलाज के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने डीवीआर (सीसीटीवी रिकॉर्डिंग) जब्त कर लिया है। हम पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं और स्टाफ के बयान दर्ज हो चुके हैं।” स्कूल ने यह भी दावा किया कि घटना के समय बच्चों पर कोई चोट के निशान नहीं थे और जांच में उनका पूरा समर्थन है।

नोएडा पुलिस के डीसीपी यमुना प्रसाद ने बताया, “सेक्टर-20 थाने में सूचना मिली कि एक छात्रा को निजी अस्पताल ले जाया गया। हमने मामला दर्ज किया है और जांच चल रही है।” जिला शिक्षा अधिकारी राजेश कुमार सिंह ने पुष्टि की कि स्कूल के सीसीटीवी में कुछ गैप्स हैं, जिसकी जांच की जा रही है। परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री कार्यालय से न्याय की अपील की है।

यह घटना नोएडा के अभिभावकों में आक्रोश पैदा कर रही है। सोशल मीडिया पर #JusticeForTanishkaSharma ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग स्कूलों में सुरक्षा और त्वरित मेडिकल सहायता की मांग कर रहे हैं। एनसीपीसीआर और राष्ट्रीय महिला आयोग को भी इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की जा रही है। तनिष्का की मौत ने एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या हमारे स्कूल बच्चों की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क हैं?

परिवार की गुजारिश है कि विसेरा रिपोर्ट जल्द आए और दोषियों को सजा मिले। तनिष्का जैसी मासूम की मौत ने पूरे समाज को झकझोर दिया है।

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