ग्रेटर नोएडा । अगस्त क्रांति दिवस पर करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने यमुना प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ जोरदार हल्ला बोल प्रदर्शन किया। संगठन की कोर कमेटी के प्रमुख सदस्य मास्टर दिनेश नागर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने यमुना प्राधिकरण परिसर में प्रदर्शन कर ओएसडी अजय शर्मा को ज्ञापन सौंपा। प्राधिकरण में ज्यादातर काम आॅनलाइल होने के बाद भी लोगों को चक्कर लगवाए जाते है।
संगठन के संस्थापक चैधरी प्रवीण भारतीय और प्रेम प्रधान ने कहा कि प्राधिकरण का उद्देश्य स्थानीय लोगों के आर्थिक, सामाजिक, शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देना था, लेकिन बढ़ते भ्रष्टाचार ने लोगों के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। आरोप लगाया गया कि प्राधिकरण द्वारा कराए जा रहे अधिकांश निर्माण कार्यों में घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज भी किसानों की 64% मुआवजा और 10% प्लॉट की समस्या जस की तस बनी हुई है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर स्थानीय किसानों से टोल टैक्स वसूल कर उनका शोषण किया जा रहा है। वहीं, प्राधिकरण के दफ्तरों में लीज पास और अन्य कार्यों के लिए रिश्वतखोरी खुलेआम हो रही है। आरोप लगाया कि न तो प्राधिकरण में आरटीआई का समय पर जवाब दिया जाता है और न ही जन सूचना अधिकारी, अपील अधिकारी, मुख्य सतर्कता अधिकारी या सिटीजन चार्टर से संबंधित बोर्ड ही लगाए गए हैं। चारों ओर दलालों का बोलबाला है।
टेंडरों में अधिक कमीशन लेकर हो रहा बंटाधार
उन्होंने कहा कि टेंडरों में अधिक कमीशन के चलते ठेकेदार घटिया सामग्री का उपयोग करते हैं जिससे भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिल रहा है। इस अवसर पर चैधरी प्रेमराज भाटी, डॉ. दीपक शर्मा, कुलवीर भाटी, राकेश नागर, हरीश भाटी, सुशील प्रधान, यतेंद्र नागर, बालेश्वर नागर, लखमी पंडित, धीरज नागर, नीरज भाटी, कमल नागर, ब्रह्म प्रधान, अभिषेक नागर, जितेंद्र, नरेश भाटी, सुनील, हरेंद्र, टीमराज नागर, विजय प्रधान, मोहित अधाना, पवन यादव, राम नागर समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
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