Noida Jewar/ Aligarh : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जो भारत के सबसे बड़े और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट्स में से एक है। यहां आसपास के क्षेत्र में ज़मीन के दामों में भारी उछाल देखा गया है। इस उछाल का फायदा उठाकर भू.माफियाओं का एक संगठित गिरोह सक्रिय हो गया है। जो भोले.भाले लोगों को अवैध रूप से विकसित की गई प्लॉटिंग बेचकर ठगी कर रहा है। अलीगढ पुलिस ने टप्पल में अवैध रूप से प्लाटिंग कर रहे भूमाफियाओं पर नकेल कसी है। कई ऐसी कंपनी है जिन के मालिकों पर गैंगस्टर लगाकर उनकी संपत्ति को कुर्क किया गया है। ऐसे में जमीन के रेट सीधे नीचे आ चुके है। प्राध्किारण के अधिसूचित क्षेत्र में जमीन खरीदना मतलब अपने जीवन की कमाई को बर्बाद करना है।
कैसे काम करता है यह गिरोह
इस तरह के गिरोह मुख्य रूप से जेवर और उसके आसपास के गांवों में सक्रिय है। वे किसानों और छोटे ज़मीन मालिकों से कम दामों पर कृषि भूमि खरीदते हैं। इसके बाद, वे इस ज़मीन को छोटे.छोटे टुकड़ों में बांटकर, बिना किसी सरकारी अनुमति के, रातों.रात प्लॉटिंग बेच देते हैं। इस प्रक्रिया में, वे सड़कों का निर्माण करते हैं और बिजली.पानी की व्यवस्था का झूठा आश्वासन देते हैं।
लोगों ये सब बातें बता कर करते है ठगी
- झूठे वादे: भू-माफिया लोगों को बताते हैं कि उनके प्लॉटिंग को जल्द ही सरकारी मान्यता मिल जाएगी और यह एयरपोर्ट के विकास का हिस्सा होगा। वे आकर्षक ब्रोशर और विज्ञापन बनाते हैं, जिनमें एयरपोर्ट की निकटता और भविष्य में होने वाले विकास का हवाला दिया जाता है।
- फर्जी दस्तावेज़: वे लोगों को गुमराह करने के लिए फर्जी रजिस्ट्री और दस्तावेज़ दिखाते हैं। ये दस्तावेज़ अक्सर किसी सहकारी समिति या निजी संस्था के नाम पर होते हैं, जिनका कोई कानूनी आधार नहीं होता।
- कम कीमत का लालच: वे प्लॉटों को बाज़ार दर से काफी कम कीमत पर बेचते हैं, जिससे लोग आसानी से आकर्षित हो जाते हैं। वे “सीमित समय के लिए ऑफ़र” और “प्रीमियम लोकेशन” जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
- अस्थायी रजिस्ट्री: वे खरीदारों को यह कहकर बहलाते हैं कि अभी प्लॉट की रजिस्ट्री अस्थायी है और बाद में स्थायी हो जाएगी, जबकि वास्तव में ऐसा कभी नहीं होता।
अधिकारी क्या कर रहे हैं?
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए ज़मीन अधिग्रहण करने वाली नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे अथॉरिटी (यीडा) ने इस तरह की अवैध गतिविधियों पर सख्ती बरतने की बात कही है। यीडा के अधिकारियों ने समय-समय पर अवैध निर्माणों को ध्वस्त भी किया है, लेकिन भू-माफिया अक्सर रातों-रात फिर से सक्रिय हो जाते हैं।
आम लोगों के लिए चेतावनी:
यह समझना ज़रूरी है कि यीडा क्षेत्र में कोई भी प्लॉटिंग बिना यीडा की अनुमति के वैध नहीं है। लोगों को किसी भी प्लॉट को खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह यीडा द्वारा अधिकृत और विकसित हो। इसके लिए, यीडा की वेबसाइट पर उपलब्ध आधिकारिक मैप और दस्तावेज़ों की जांच करना सबसे अच्छा तरीका है।
निष्कर्ष:
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास ज़मीन में निवेश करना एक आकर्षक विकल्प हो सकता है, लेकिन इसमें भू-माफियाओं से ठगी का बड़ा जोखिम भी शामिल है। लोगों को सतर्क रहना चाहिए और किसी भी निवेश से पहले सभी दस्तावेज़ों की गहन जांच करनी चाहिए ताकि उनकी मेहनत की कमाई व्यर्थ न जाए।

