Noida Dumping Ground Fire: नोएडा के सेक्टर-32ए स्थित डंपिंग ग्राउंड में हर साल आग लगने का चल बन गया है। रात भर आग बुझाने के लिए फयार सर्विस विभाग काम करता रहा और टैंकरों से पानी डलवाता रहा लेकिन करीब चार किमी केे दायरे में बसे एरिये में रहने वालों को सांस लेना मुश्किल हो गया।
ऐसे धुआं भरता चला गया
बता दें कि आसमान तक में अंधेरा सा कर दिया और लोगों की सांसों संकट छा गया। हवा की गति तेज होने के कारण आग जल्दी फैली और आसपास के सेक्टरों और गांवों में धुंआ भर गया। अग्निशमन विभाग की टीम ने आग बुझाने की कोशिश शुरू की, लेकिन देर शाम तक नाकाम रही। प्राधिकरण और फायर ब्रिगेड की 15 से ज्यादा टीमें आग बुझाने में देर रात तक जुटी रहीं। तीन से चार में इस इस आग के बुझने की उम्मीद जताई जा रही है।
वेव ग्रुप को आवंटित हुई थी जमीन
सेक्टर-32ए में वेव को आवंटित जमीन के पास बड़ा क्षेत्रफल खाली है। इसमें वह जमीन भी शामिल है जिसका वेव को आवंटन निरस्त कर प्राधिकरण ने कब्जे में लिया है। प्राधिकरण के उद्यान विभाग के ठेकेदार यहां पार्क, सेक्टर के अंदर और सड़क किनारे पेड़ों की छंटाई करने के बाद टहनियां और पत्ते इसी जमीन पर फेंक दिए थे, जिसमें बुधवार दोपहर आग लग गई। धीरे-धीरे सुलगते हुए आग ने उग्र रूप ले लिया और ऊंची-ऊंची लपटें उठने लगीं तो फायर ब्रिगेड के पास सूचना पहुंची। 15 गाड़ियां और फायर ब्रिगेड के 75 जवान आग बुझाने में जुटे।
एक बीड़ी ने सुलगा दी आग
ठेकेदार के यहाँ काम कर रहे एक कर्मचारी ने बीड़ी पीते हुए उसे यहाँ फेंक दिया। जिसके चलते सूखे पत्तों में आग लगती चली गई। प्राधिकरण की एसीईओ वंदना त्रिपाठी का कहना है कि एक युवक को सिक्योरिटी गार्ड ने पकड़ा है। यहाँ का डंपिंग ग्राउंड हटाया जाना है एजेंसी को ठेका दिया, मगर एजेंसी नहीं आई है। आग लगने की घटना पर प्राधिकरण की ओर से एफआइआर कराई जाएगी। वही चीफ फायर ऑफिसर प्रदीप कुमार चौबे का कहना है कि करीब तीन चार किलोमीटर तक पौधे एवं टहनियां काटकर यहाँ डाली गई थी। जिस कारण सूखे पत्ते और लकड़ियों का यहाँ ढेर लग गया। हल्की सी आग लगी तो वो बढ़ती चली गई आग बुझाने की कार्रवाई की जा रही है।