Noida Authority Officer Corruption Case: नोएडा प्राधिकरण के पूर्व और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में तैनात ओएसडी आरएस यादव की चल- अचल संपत्तियों की जांच अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी करेगा। उत्तर प्रदेश की विजिलेंस द्वारा बीते दिनों नोएडा और इटावा में पूर्व ओएसडी के ठिकानों पर छापे मारे थे। जिसमें अकूत काली कमाई के सुराग मिलने के बाद ईडी भी हरकत में आया है। जिसके बाद विजिलेंस को पत्र लिखकर आरएस यादव के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति होने पर मुकदमा दर्ज करने को सबूत मांगे है ताकि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई की जा सके। दरअसल, ईडी के रडार पर नोएडा प्राधिकरण के तमाम ऐसे अफसर हैं, जिन्होंने बीते 15 सालों में करोड़ों रुपये की काली कमाई जुटाई है। ईडी ने नोएडा प्राधिकरण से बीते 15 सालों में अहम पदों पर तैनात रहे अफसरों का ब्योरा भी तलब किया है। इनमें अब आरएस यादव का नाम भी जुड़ गया है। उनके खिलाफ शासन के निर्देश पर विजिलेंस द्वारा दर्ज मुकदमे को आधार बनाकर ईडी भी केस दर्ज करने की तैयारी में है। ये भी पता लगाया जा रहा है कि उनके कार्यकाल में अंजाम दिए गए किन घोटालों की जांच वर्तमान में जारी है। इसके अलावा जिन अधिकारियों की जांच चल रही है उनके साथ उन्हें भी इसके दायरे में भी लाया जा सके।
विजिलेंस का दावा, करीब 50 करोड़ की अचल संपत्ति
बताया जा रहा है। कि विजिलेंस को करीब 50 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति जुटाने के पुख्त मिले है। अन्य अधिकारियों भी रडार पर है जिनके पास इससे भी कई गुना संपत्तियां हैं। फिलहाल विजिलेंस के इटावा में उनकी एक दर्जन संपत्तियों और स्कूल के बारे विभागों से ब्योरा जुटा रहे बाद पूर्व ओएसडी और उन पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा।
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