विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास
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विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास

चौकी प्रभारी की प्रताड़ना से परेशान पीड़िता ने उठाया खौफनाक कदम
Ghaziabad / Loni news   विधानभवन के सामने सोमवार सुबह आत्मदाह का प्रयास कर रही 40 वर्षीय ममता को हजरतगंज पुलिस और आत्मदाह सेल के पुलिस कर्मियों ने बचा लिया। पुलिस कर्मी आनन-फानन उसे हजरतगंज कोतवाली ले गए। कोतवाली में ममता फूट-फूटकर रोने लगी। उसने गाजियाबाद लोनी के अशोक विहार चौकी प्रभारी और चार ग्रामीणों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। चौकी प्रभारी पर जेल भेजने की धमकी देने का आरोप लगाया है।
ममता ने बताया कि वह गाजियाबाद जिले के लोनी गढ़ी सब्लू की रहने वाली है। उसने 19 अक्टूबर को गांव के विजय पाल, अरविंद, तेज प्रकाश और अजब सिंह को जमीन बेची थी। उक्त लोगों ने चौकी प्रभारी की मदद से तय जमीन से अधिक पर कब्जा कर लिया। वह जमीन नहीं छोड़ रहे हैं। पीड़िता का आरोप है कि चारों आरोपियों और चौकी प्रभारी के खिलाफ पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत की।
चौकी प्रभारी ने पढ़ने-लिखने वाले बेटे, पति, देवर व अन्य घरवालों के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया। चौकी प्रभारी बेटे और पूरे परिवार को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं।
ममता ने बताया कि पुलिस के उच्चाधिकारियों ने शिकायत पर सुनवाई नहीं की। इसके बाद वह लखनऊ आला अफसरों से मिलने के लिए आयी थी। अफसरों से मुलाकात नहीं हो पाने पर उसने आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी ने बताया कि ममता का जमीन कब्जे को लेकर गांव के ही कुछ लोगों से विवाद था। ममता को आत्मदाह सेल ने बचा लिया है। गाजियाबाद पुलिस और उसके परिवारीजन को इसकी सूचना दे दी गई है। उसे गाजियाबाद भेजा जा रहा है।

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