राम-लक्षमण को ढूंढने निकले भरत

नोएडा। शहर में रामलीला मंचन चल रहा है। अलग-अलग स्थानों
पर आधुनिकता से लैस रामलीलाएं
लोगों के लिए घूमने का डेस्टीनेंशन भी बन रही है। हालांकि रामलीलाओं में अमीर वर्ग गायब है मगर गरीब तबका इससे भारत की संस्कृति सीख रहा है और यहां लगे मेले में मनोंरजन भी कर रहा है।
इस क्रम में श्रीराम मित्र मण्डल,नोएडा द्वारा सेक्टर-62 में आयोजित रामलीला मंचन के छठवें दिन संस्थापक अध्यक्ष बी.पी.अग्रवाल,अध्यक्ष धर्मपाल गोयल एवं महासचिव मुन्ना कुमार शर्मा ने दीप प्रज्जवलन कर रामलीला का शुभारंभ किया।
भरत माता कैकई को सफेद वस्त्रों में देखर भौंचक्के रह जाते हैं वह इसका कारण कैकई से पूछते हैं । कैकई पूरा वृतांत सुनाती है और कहती मेने राजा दशरथ द्वारा दिये गए अपने अवरदानो के आधार पर राम के लिये 14 वर्षों का वनवास ओर तुम्हारे लिये राज मांगा है। यह सुनकर भरत माता कैकई को अपनी माता कहने के सुख से वंचित करते हुए कहते हैं कि आज के पश्चात आप मेरी माता नही हो आप ने माता कहने का अधिकार खो दिया है। मेरे पिता की हत्या ओर मेरे भाई राम को वनवास भेजने वाली मेरी माता कैसे हो सकती है । वह ईश्वर को साक्षी मानकर यह सौगंध लेते हैं ओर राम,लक्ष्मण और सीता को ढूंढने निकल प?ते हैं। भगवान राम, सीता, लक्ष्मण व निषाद राज के साथ प्रयागराज में भारद्वाज मुनि के आश्रम पहुंचते हैं वहां ठहरने के पश्चात मुनि से विदा लेकर चित्रकुट में वाल्मीकि जी के आश्रम में पहुंचते हैं।
श्रीराम मित्र मंडल के मीडिया प्रभारी चंद्रप्रकाश गौड़ ने बताया 16 अक्टूबर को रावण सभा, मारीच वध, सीता हरण, जटायु वध, राम सुग्रीव मित्रता, बाली वध, आदि प्रसंगों का मंचन किया जायेगा। इस अवसर पर मुख्य यजमान उमाशंकर गर्ग, मुख्य संरक्षक ओंकारनाथ अग्रवाल, उपमुख्य संरक्षक ओमबीर शर्मा, कोषाध्यक्ष राजेन्द्र गर्ग, सह – कोषाध्यक्ष अनिल गोयल, सत्यनरायण गोयल, तरुण राज, मनोज शर्मा, डॉ ए के त्यागी, मुकेश गोयल, मुकेश गुप्ता, संजय शर्मा, पंकज कुमार, रविन्द्र चौधरी, आत्माराम अग्रवाल, मुकेश सिंघल, चक्रपाणि गोयल, मुकेश गर्ग, एस एम गुप्ता, गौरव मेहरोत्रा, पवन गोयल,मुकेश आदि मौजूद थे।
श्रीराम लखन धार्मिक लीला कमेटी के तत्वावधान में सेक्टर 46 में आयोजित रामलीला महोत्सव के छठवें दिन दीप प्रज्ज्वलन के साथ मंचन का शुभारंभ हुआ ।भगवान राम सीता लक्ष्मण के साथ गंगा तट पर पहुँचते हैं जहाँ पर भक्त और भगवान का सुंदर संवाद होता है । भगवान राम ,गंगा तट पर पहुंचकर केवट से नाव मांगते हैं” मागी नाव न केवटु आना। कहइ तुम्हार मरमु मैं जानाÓÓ। लेकिन केवट नाव नहीं लाता हैं और कहता है कि प्रभु में आपके मर्म को जानता हूँ जिस तरह आपके चरण रज का स्पर्श पाते ही पत्थर की शिला सुन्दर नारी बन गई अगर मेरी नाव भी स्त्री बन गई तो मेरी रोजी रोटी चली जायेगी। यदि आपको गंगा के पार उतरना हैं तो मुझे अपने पैर धोने
दे प्रभु।
भगवन मुझे गंगा पर उतरने की कोई कीमत नहीं चाहिए । प्रभु आप भी मल्लाह ही हैं आप भाव सागर के पार उतारते हैं और मैं गंगा के पार । मैं आपको गंगा के पार उतार देता हूँ,प्रभु मुझे भवसागर के पार उतार देना । यह कहकर वह प्रभु के चरण धोने लगता हैं” अति आनन्द उमगि अनुरागा। चरन सरोज पखारन लागाÓÓ। चरण धोने के बाद अपने परिवार सहित चरणोदक को पीकर भगवान राम को सीता व लक्ष्मण सहित गंगा के पार उतार देता हैं। भगवान राम, सीता, लक्ष्मण व निषाद राज के साथ प्रयागराज में भारद्वाज मुनि के आश्रम पहुंचते हैं वहां ठहरने के पश्चात मुनि से विदा लेकर चित्रकुट में वाल्मीकि जी के आश्रम में पहुंचते हैं जहां पर भरत, सुमंत्र, शत्रुध्न व मां कैकई के साथ राम को मनाने पहुंचते हैं लेकिन राम पिता की आज्ञा के कारण वन से अयोध्या वापस नहीं जाते तब भरत उनकी चरण पादुका लेकर अयोध्या वापस आ जाते हैं।अगले दृश्य में भगवान श्रीराम भ्राता लक्ष्मण व सीता के साथ पंचवटी में पहुंचते हैं जहां पर वह पर्णकुटी बनाकर रहने लगते हैं। वहां पर रावण की बहन सूर्पणखा आती हैं ” सूपनखा रावन कै बहिनी। दुष्ट हृदय दारून जस अहिनीÓÓ। वह कामातुर होकर राम व लक्ष्मण से विवाह के लिए कहती हैं उनके मना करने पर वह भयंकर रूप धारण कर लेती हैं। क्रोध में लक्ष्मण जी उसके नाक कान काट लेते हैं यह सब सुनकर खर, दूषण, त्रिसरा आये और उन्होंने राम व लक्ष्मण के साथ भयंकर युद्ध किया। जिसमें भगवान श्रीराम ने उन तीनों को मारकर अपने परम धाम पहुंचा दिया। इसी के साथ आरती व प्रसाद वितरण के साथ छठवें दिन की लीला का विराम होता हैं। श्रीराम लखन धार्मिक लीला कमेटी के महासचिव एवं मीडिया प्रभारी राघवेंद्र दुबे ने बताया कि 16 अक्टूबर को रावण सभा, मारीच वध, सीता हरण, बाली वध आदि प्रसंगों का मंचन किया जायेगा। इस अवसर पर अध्यक्ष विपिन अग्रवाल,कार्यकारी निदेशक एनबीसीसी आर के अग्रवाल, रामबीर यादव, जीएम गुप्ता,मनोज चौहान,मदन मोहन गुप्ता, अशोक गोयल,अर्जुन प्रजापति, बबलू चौहान, बलराज गोयल, रवि मिश्रा, चंदन यादव, डॉ एसपी जैन, सीए मनोज अग्रवाल,अमर शर्मा,पवन अग्रवाल, सहित आयोजन समिति के तमाम पदाधिकारी व शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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