भूमाफियाओं के खिलाफ कार्रवाई: बुलडोजर चलाकर शमशान की भूमि को कराया कब्जा मुक्त
धौलाना। धौलाना तहसील में एक बार फिर शुक्रवार को बुलडोजर ने गरजते हुए करोडो रुपये की शमशान की भूमि को कब्जा मुक्त करवाया। बावजूद इसके ग्रामीणों ने प्रशासन पर भूमाफियाओं के खिलाफ पूरी तरह से कार्रवाई न करने का आरोप लगाया शासन स्तर से धौलाना तहसील में हुए भ्रष्टाचार के चलते 11 बिन्दुओ पर जांच चल रही है ।
आरोप है कि ग्राम नंदपुर में रामगोपाल के पट्टे को पहले भूमिधर संकरमणिय घोषित कर दिया गया बाद में निरस्त पट्टो की जानकारी होने पर संकरमणिय करने के आदेश को खारिज कर दिया गया । इसके साथ ही अन्य पट्टो को भी पूर्व में संकरमणिय घोषित किया गया है ।
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शुक्रवार को प्रशासन ने शमशान की भूमि को कब्जा मुक्त करवाते हुए फसलो पर ट्रैक्टर चलाया । ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने सिर्फ कब्जा हटाने की खानापूर्ति की है। जबकि अभी भी निरस्त पट्टो पर चार दिवारी मौजूद है जिसे प्रशासन ने छुआ तक नहीं है। बीते कई दिनों से लगातार अपर मंडल आयुक्त धौलाना तहसील में दस्तावेजो की जांच कर रहे है । जिसके चलते पूरी तहसील में खौफ पसरा हुआ। वीरवार को ग्रेटर नॉएडा विकास प्राधिकरण का पत्र भी सोशल मिडिया पर प्रसारित हुआ । जिसमे प्राधिकरण ने तत्कालीन उपजिलाधिकारी पर नियम विरुद्ध जाकर भूमि को अकृषक घोषित करने का आरोप लगाया है। अपर मंडल आयुक्त अमित कुमार सिंह ने बताया कि 11 बिन्दुओं की जांच की जा रही है। जल्द ही जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी जाएगी ।
यूपीसीडा ने भी की भूमाफिया की पूरी मदद
16 अगस्त को तहसील प्रशासन ने ग्राम देहरा स्थित सरकारी भूमि को कब्जा मुक्त करवाया था। जिस पर भूमाफिया ने अवैध कालोनी काटने हुए भोल-भाले लोगो को करोडो रुपये का चुना लगा दिया। बीते वर्ष भूमाफिया ने दीवार तोड़ते हुए इसी कॉलोनी के लिए रास्ते का निर्माण कर दिया है। जिसके बाद उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। बीते कई दिनों से टूटी हुई दीवार के पास स्थित फक्ट्रियों के मालिको ने दीवार के निर्माण कि मांग की है बावजूद इसके अभी तक प्राधिकरण निर्माण की फाइल को दबा कर बैठा है । फैक्ट्री मालिको ने आरोप लगाया कि जानबूझ कर प्राधिकरण भूमाफिया को लाभ देने के लिए दीवार का निर्माण नहीं करवा रहा है। जिसके चलते भोले भाले निवेशक को ग्राम समाज की भूमि औद्योगिक क्षेत्र की भूमि बता कर बेचा गया है ।