राष्ट्रीय वाल्मीक न्याय पंचायत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत
modinagar news राष्ट्रीय वाल्मीक न्याय पंचायत ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट के आरक्षण वर्गीकरण के फैसले का स्वागत किया है।
संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित तिसावड ने कहा कि हाशिए के दलितों को भी आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। हाशिए के दलितों की स्थिति यह है कि कई दलितों की जातियां सरकारी सेवा से पूरी तरह वंचित हैं। मुसहर, वाल्मीकि, बसोर, डोम , धरकार , बसफोर आदि जातियों की सरकारी सेवा में उपस्थिति लगभग नगण्य है। आरक्षण की रोशनी इनके घरों में भी पहुंचनी चाहिए। सर्वथा संपन्न दलितों की भी एक अलग श्रेणी बनती जा रही है। यह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा , महंगे ट्यूशन दिला रहे हैं। इनके बच्चे उच्च शिक्षा के लिए विदेश जा रहे हैं। दलित आईएएस , विधायक, मंत्री, बड़े ब्यवसायी के बच्चों को मिलने वाले आरक्षण का लाभ क्या एक गरीब दलित के बच्चे को नहीं मिलना चाहिए। इससे हाशिए के दलितों को भी मुख्यधारा से जुड़ने का अवसर मिल सकेगा।