Haryana: सरकारी अस्पतालों में रही डॉक्टर्स की हड़ताल से मरीज रहे हलकान

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इलाज के लिए भटकते रहे मरीज

Haryana: गुरुग्राम। अपनी मांगों को लेकर गुरुवार को डॉक्टर्स ने हड़ताल की। सभी डॉक्टर्स छुट्टी पर रहे। इस दौरान मरीज इलाज के लिए भटकते रहे। इंटर्न और रिटायर्ड डॉक्टर्स ने ही मरीजों को देखा। इनकी कम संख्या होने के चलते मरीजों को काफी परेशानी हुई। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के आह्वान पर डॉक्टर्स ने गुरुवार को पूरी तरह हड़ताल रखी। ओपीडी के समय सुबह आठ बजे से ही मरीज सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में पहुंचने लगे थे।

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ओपीडी कार्ड, ओपीडी व दवाईयों के लिए कई घंटे तक मरीज भटकते रहे। अस्पताल में जहां रोजाना तीन हजार तक ओपीडी में मरीज पहुंचते थे, गुरुवार को हड़ताल के कारण 1582 मरीजों के ही ओपीडी कार्ड बने। बहुत से मरीज वापस ही लौट गए। गुरुग्राम जिला के गुरुग्राम, सोहना, पटौदी व फर्रूखनगर के अस्पतालों के अलावा सभी पीएचसी में करीब 175 डॉक्टर्स हैं, जिनमें से 160 डाक्टर्स हड़ताल पर रहे। 15 डॉक्टर्स सीएमओ ऑफिस पर रहे। वे हड़ताल में शामिल नहीं हुए।

डॉक्टर्स की हड़ताल के चलते सीएमओ डॉ. विरेंद्र यादव ने इंटर्न व रिटायर्ड डॉक्टर्स को ओपीडी, इमरजेंसी में तैनात किया। जो मरीज अस्पताल में पहुंचे उन्हें ईलाज के नाम पर खानापूर्ति की गई। मरीजों को डॉक्टर्स ही नहीं स्ट्रेचर, अटेंडेंट तक नहीं मिल पाए। सीएमओ डॉ. विरेंद्र यादव ने बताया कि सभी सेवाएं सामान्य रूप से जारी रही। पोस्टमार्टम में सात शवों के पोस्टमार्टम किए गए। अस्पताल 23 मरीज दाखिल किए गए व पांच गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी कराई गई। अस्पताल में गुरुवार को कोई सर्जरी नहीं हो पाई और ना ही एमएलआर तक नहीं काटी गई।

सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल में डॉक्टर्स की हड़ताल के दौरान मरीजों को इमरजेंसी में अटेंडेंट व स्ट्रेचर आदि भी नहीं मिल पाए। पुराने पर्चे लेकर अस्पताल पहुंचे मरीजों को इलाज नहीं मिल पाया। भोंडसी जेल से बीमार कैदियों को भी ईलाज नहीं मिला। बिना ईलाज के ही मरीजों को लेकर पुलिस वापस ले गई।

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