बाढ़ से बचाव के लिए नई तकनीक की आवश्यकता
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बाढ़ से बचाव के लिए नई तकनीक की आवश्यकता

उपजिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सौरभ भट्ट ने बाढ़ नियंत्रण को लेकर की बैठक, कहा
Ghaziabad news : महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह के निदेर्शानुसार अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व सौरभ भट्ट की अध्यक्षता में बाढ़ नियंत्रण के को लेकर एक बैठक का आयोजन किया गया।
अपर जिलाधिकारी सौरभ भट्ट ने बैठक के दौरान बाढ़ से जुडे बिन्दुओं जैसे नदियां, अधिकतम निस्सरण, खतरे का निशान, कुल बंधों की लम्बाई, बाढ़ कन्ट्रोल रूम, बाढ़ चौकियां, नालों की संख्या व लम्बाई, जल प्लावन से प्रभावित ग्राम, बाढ़ से प्रभावित ग्राम, गत वर्ष का अधिकतम निस्सरण, बाढ़ पूवार्नुमान सूचना व्यवस्था, पीत सिग्नल, हरित संकेत सहित जनपद में बहने वाली नदियों के उद्गम स्थल की विस्तार से जानकारी ली।

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उन्होने जाना कि गाजियाबाद में यमुना नदी जो हिमालय के बर्फ पिघलने से बहती है व हिण्डन नदी जो सहारनपुर से प्राकृतिक नालों से होने वाले प्रवाह से बहती है। यमुना नदी पर ओखला बैराज है जो लोनी तहसील में है व हिण्डन नदी में हिण्डन बैराज है जो मोदीनगर, गाजियाबाद तहसील में है। उन्होने जाना कि बाढ़ कन्ट्रोल रूम सिंचाई निर्माण खण्ड, गाजियाबाद द्वारा 24 घंटे क्रियाशील रहने वाले सम्पर्क सूत्र— 0120—2759678, 9871465532 उपलब्ध हैं। इसके साथ ही जनपद में 6 नग बाढ़ चौकियां हैं।
बाढ़ के बचाव के लिए सबसे पहले प्रभाव रोकना जरूरी
अपर जिलाधिकारीे ने कहा कि बाढ़ रोकने के लिए सबसे पहले जरूरी हैं कि उसका प्रभाव कैसे कम किया जाये। नालों की सफाई करवाई जाये। इंसानों के साथ ही उनके जीव—जन्तुओं की तथा सामान की सुरक्षा की जाए। यदि आवश्यकता हैं तो उन्हें समय से स्थानान्तरित किया जाए। आज तक जहां-जहां बाढ़ आयी हो वहां के अधिकारियों और ग्राम प्रधानों सहित अन्य वरिष्ठ एवं बुद्धिजीवी लोगों से सम्पर्क कर, बाढ़ को रोकने व नुकसान से बचने के ?बारे में चर्चा की जाए। बाढ़ी से बचाव के लिए परम्परागत तरीकों के साथ नई तकनीक और सोच को जोड़ते हुए कार्य करने की आवश्यकता है।
बैठक में यह रहे मौजूद
इस मौके पर मुख्य रूप से योगेन्द्र प्रताप सिंह जिला सूचना अधिकारी, डॉ.अमित एसीएमओ, प्रशांत सक्सेना नायाब तहसीलदार,कृपा शंकर एआरओ, ए.सिंह एडीपीआरओ, निधि सिंह डीएचओ, शताक्षी मिश्रा एडीएओ,रविन्द्र कुमार एसीपी प्रोटोकोल,राहुल पाल सीएफओ, एनपी सिंह मौजूद रहे।

 

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