अखिल भारतीय कांग्रेस (Congress ) कमेटी की महासचिव, हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री, उत्तराखंड की प्रभारी कुमारी सैलजा ने कहा कि जनवरी-फरवरी महीने में प्रदेश में निकाली गई कांग्रेस संदेश यात्रा को मिले जनसमर्थन से घबराए भाजपा आलाकमान ने अपने मुख्यमंत्री को ही बदल दिया। लेकिन बिना डरे, बिना झुके जनता की आवाज उठाती रहेंगी। प्रदेश के मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के भाजपाई प्रयास को कभी सफल नहीं होने देंगी।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने भाजपा (BJP) पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस संदेश यात्रा के दौरान जिस तरह से प्रदेश के लाखों लोगों ने उनके सामने अपनी पीड़ा को रखा, उसकी रिपोर्ट विभिन्न एजेंसियों ने बनाकर केंद्र सरकार को भेज दी। इससे भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को भी पता चल गया कि हरियाणा में उनकी जमीन खिसक चुकी है। यहां न तो जजपा का ही कोई आधार बचा है और न ही भाजपा के जन विरोधी कार्यों से लोग खुश हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि इन रिपोर्ट में साफ-साफ बताया गया कि भाजपा-जजपा गठबंधन को आगामी चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ेगा। आधे से अधिक सीटों पर इनकी जमानत जब्त होगी। इसके बाद ही भाजपा आलाकमान ने प्रदेश में गठबंधन तोड़ने पर विचार शुरू कर दिया था, जिसकी परिणीति पिछले दिनों देखने को मिली और महज दिखावे के लिए गठबंधन तोड़ने का ऐलान कर दिया।
कुमारी सैलजा ने कहा कि साढ़े 9 साल तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल को भी इसलिए बदला गया, ताकि उनकी नाकामियों से भाजपा को चुनाव में नुकसान न उठाना पड़े। लेकिन, इस बदलाव के बाद भाजपा विधायकों के अंदर ही असंतोष पनप रहा है, जो कभी भी ज्वालामुखी की तरह फट सकता है। क्योंकि, अपने विधायकों को नजरअंदाज कर ऐसे शख्स को प्रदेश की गद्दी पर काबिज कर दिया, जो विधायक भी नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता की समझ में भाजपा का पूरा खेल आ चुका है और वे अब इनके झांसे में आने वाले नहीं है। अब तो लोग सिर्फ लोकसभा और विधानसभा चुनाव का इंतजार कर रहे हैं, ताकि इन्हें सबक सिखाया जा सके। मुख्यमंत्री और कुछ मंत्रियों को बदलने की बजाए भाजपा अगर पूरे के पूरे मंत्रिमंडल को भी बदल देती तो भी अब इस सरकार की छवि सुधरने वाली नहीं है।