Pod Taxi in Noida: नोएडा। नोएडा देश का बेहतरीन सुविधाओं वाला शहर बनने जा रहा है। अभी तक विदेशों में चलने वाली पॉड टैक्सी अब नोएडा में भी दौड़ेगी। सबसे खास बात है कि नोएडा एनसीआर का ही नहीं बल्कि देश का पहला शहर होगा जहां ये सुविधा शुरू की जाने वाली है। उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा में भारत का पहला व्यक्तिगत रैपिड ट्रांजिट (पीआरटी) बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है जो पॉड टैक्सियों के माध्यम से जेवर में आगामी नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को यमुना एक्सप्रेसवे के साथ व्यापार केंद्रों से जोड़ता है।
Pod Taxi in Noida:
पॉड टैक्सी ऐसी इलेक्ट्रिक कार होती हैं जो बिना ड्राइवर के चलती हैं। देखने में बेहद ही सुंदर ये कारें कुछ यात्रियों को बैठा कर बहुत तेज गति से एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए डिजाइन की जाती हैं। पॉड टैक्सी में मात्र एक छोटा का डब्बा नुमा कोच होता है। यह इलेक्ट्रिक वाहन स्टील के ट्रैक पर चलती है। अगर सब ठीक रहा तो इस साल के अंत तक पॉड टैक्सी में बैठने का मौका मिल सकता है।
अंंदर सेे बेहद साफ और सुंदर दिखने वाली पॉड टैक्?सी में 4 से 6 लोग एक साथ बैठ सकते हैं। अंंदर सेे बेहद साफ और सुंदर दिखने वाली पॉड टैक्सी में 4 से 6 लोग एक साथ बैठ सकते हैं।
बता दें कि पहले पॉड टैक्सी को नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सेक्टर 21 में फिल्म सिटी तक जोडऩा था लेकिन अब रूट को बदलकर एयरपोर्ट से परी चौक तक बनाने का फैसला लिया गया है। करीब 37,000 यात्री इन नए युग की आधुनिक पॉड टैक्सियों में रोजाना सफर कर सकेंगे। इसका रूट 28 किलोमीटर लंबा होगा और इसमें 12-14 स्टेशन होंगे। पॉड टैक्सी का किराया 10 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से होगा यहीं नहीं अगले पांच साल तक किराया बढ़ाया नहीं जाएगा। यह टैक्सी 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से दौड़ेगी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह का कहना है कि पॉड टैक्सी परियोजना के लिए दोबारा टेंडर निकाले जाएंगे। इसके बिड डाक्यूमेंट में बदलाव किए जाएंगे। इस संबंध में शासन में जल्द बैठक होगी।
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पॉड टैक्सी से बदलेगी नोएडा की सूरत
गुलशन ग्रुप के डायरेक्टर दीपक कपूर कहते हैं कि मेट्रो, रैपिड रेल और एयरपोर्ट आने से नोएडा व ग्रेटर नोएडा के विकास में तेजी आई है। लोग इन शहरों को वरीयता दे रहे हैं। यहां लगातार नए प्रोजेक्ट आ रहे हैं और निवेश बढ़ रहा है। पॉड टैक्सी आने के बाद यहां ट्रांसपोर्ट और बेहतर होगा। वहीं एसकेए ग्रुप के डायरेक्टर संजय शर्मा ने बताया कि ट्रांसपोर्ट के बेहतर साधनों की वजह से नोएडा और ग्रेटर नोएडा रहने के लिए बेहद लग्जरी स्थान बन चुके हैं। यही कारण है कि लगातार यहां न सिर्फ नए रियल एस्टेट प्रोजेक्ट आ रहे हैं बल्कि डिमांड बढऩे से निवेश भी बढ़ रहा है।
क्या है पॉड टैक्सी
पॉड टैक्सी ऐसी इलेक्ट्रिक कार (Electric Car) होती हैं जिसमें ड्राइवर नहीं होते हैं। पॉड टैक्सी देखने में बेहद ही सुंदर होती हैं। ये कारें कुछ यात्रियों को बैठा कर बहुत तेज गति से एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए बनाई जाती हैं। पॉड टैक्सी में मात्र एक छोटा का डब्बा नुमा कोच को कहते हैं। यह इलेक्ट्रिक वाहन स्टील के ट्रैक पर दौड़ती है। अगर सब ठीक रहा तो इस साल के अंत तक पॉड टैक्सी में बैठने का लोगों को मौका मिल सकता है।
आपको बता दें कि पहले पॉड टैक्सी को नोएडा के जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar International Airport) से सेक्टर 21 में फिल्म सिटी तक चलाने की योजना थी लेकिन अब रूट को बदलकर एयरपोर्ट से परी चौक तक ले जाने का फैसला किया गया है। लगभग 37,000 यात्री इन नए युग की आधुनिक पॉड टैक्सियों में हर दिन सफर कर सकेंगे। इसका रूट 28 किलोमीटर लंबा रखा गया है और इसमें 12-14 स्टेशन बनाए जाएंगे। पॉड टैक्सी का किराया 10 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से होगा यहीं नहीं अगले पांच साल तक किराया बढ़ाया नहीं जाएगा। यह टैक्सी 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ़्तार से चलेगी। यमुना प्राधिकरण के सीईओ अरुणवीर सिंह के मुताबिक पॉड टैक्सी परियोजना के लिए दोबारा टेंडर निकाले जाएंगे। इसके बिड डाक्यूमेंट में बदलाव होने हैं। इस संबंध में शासन में जल्द बैठक होगी।
अभी इन देशों में चलती है पॉड टैक्सी
अभी पॉड टैक्सी का संचालन कई दूसरे देशों में हो रहा है। इन देशों में दक्षिण कोरिया, दुबई, सिंगापुर, अमेरिका और लंदन जैसे देश शामिल हैं। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही भारत का नाम भी इस लिस्ट में जुड़ जाएगा।
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