ग्रेटर नोएडा। सरिया व स्क्रैप माफिया रवि नागर उर्फ रविन्द्र सिंह उर्फ रवि काना के खिलाफ Noida Police का शिकंजा लगातार कस रहा है। कभी भारी पुलिस सुरक्षा के बीच घूमने वाला Ravi Kana इन दिनों पुलिस का भगौड़ा है। सूत्रों ने दावा किया है कि सरिया व स्क्रैप से अर्जित अवैध संपत्ति से रवि काना ने दुबई में अकूत संपत्ति बनाई है। यह संपत्ति उसके नाम पर नहीं है। उसके संपर्क में दुबई में रहने वाली एक महिला डॉक्टर है, जिससे मिलने के लिए वह कई बार दुबई भी जा चुका है। फरार रवि काना पर जल्द ही इनाम घोषित हो सकता है। दरअसल, सामूहिक दुष्कर्म के आरोपित रवि काना समेत 16 के खिलाफ बीटा दो कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है।
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एडीसीपी अशोक कुमार (ADCP Ashok Kumar) ने बताया कि बीटा दो और ईकोटेक प्रथम की संयुक्त टीम के द्वारा श्रीकृष्णा स्टीम व एक अन्य फैक्ट्री प्राइम प्रोसेसिंग टूल्स प्राइवेट लिमिटेड पर दबिश दी गई। फैक्ट्रीयों में स्क्रैप लदे दो ट्रक व 20 ट्रक खाली, दो ट्रैक्टर, तीन 03 मोटरसाइकिल, 10 कम्प्यूटर व प्रिंटर और अन्य सामान सील किया गया। सील किए गए स्क्रैप व अन्य सामान की अनुमानित कीमत लगभग 100 करोड़ रुपए है। एडीसीपी अशोक शर्मा ने बताया कि 25 जुलाई 2023 को ही स्क्रैप माफिया व सरिया तस्कर रवि नागर उर्फ रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई थी।
रवि पर दर्ज 11 आपराधिक केस
लंबे समय बाद पूरे गैंग का भंडाफोड़ हुआ है। रवि पर कुल 11 आपराधिक केस दर्ज है। दर्ज केस में कहा गया है कि आरोपित जिले में लंबे समय से सरिया व स्क्रैप का अवैध धंधा कर रहे हैं। पुलिस ने केस में इसका पूरा ब्योरा दिया है। केस में रवि की पत्नी मधु व खुद को सीए बताने वाली महिला काजल झा पर मामले में नामजद है। पुलिस जल्द ही आरोपितों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी। मामले में अब तक राजकुमार, आजाद, विकास को सेक्टर 39 कोतवाली पुलिस व अनिल को बीटा दो कोतवाली पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
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फैक्ट्री से स्क्रैप व निमार्णाधीन साइट से सरिया उतरवाते थे
जांच में कहा गया है कि रवि काना गिरोह जिले की विभिन्न निमार्णाधीन साइट पर जाने वाले सरिया से भरे ट्रकों को रोककर चालक से मिलीभगत कर सरिया उतरवा लेते है। रवि काना साइट के प्रबंधक को हथियारों के बल पर डराता था और पूरा वजन लिखा पढ़ी में कागजों में लिखवाता था। जो सरिया उतारा जाता था उसको अपने गोदाम में ले जाकर अलग-अलग व्यापारियों को बेचा जाता था। रवि का बिसरख व कासना क्षेत्र में सरिया का गोदाम चलता है। ऐसे ही आरोपित स्क्रैप के ठेके को हथियाने के लिए पुलिस सुरक्षा लेकर फैक्ट्री में जाता था और दबाव बनाकर स्क्रैप का ठेका लेता है। वर्तमान में भी आरोपित के पास दस से अधिक फैक्ट्रियों में स्क्रैप का ठेका है।
बेनामी कंपनी के नाम हुई अकूत संपत्ति
गिरोह के सरगना रवि काना व अन्य आरोपित स्क्रैप टेंडर के लिए बेनामी कंपनी बनाते थे। अपने सहयोगी की बेनामी कंपनियों के नाम बाजार रेट का एक से 10 प्रतिशत यानि अत्यंत न्यूनतम दर पर प्राप्त कर टेंडर छीन लेते थे। गिरोह के आरोपित दूसरे कारोबारियों को कंपनी के टेंडर नहीं डालने देते है। आरोपितों की कंपनी प्राइम प्रेसिंग टूल्स प्राइवेट लिमिटेड ने पिछले तीन वर्षों में 97 प्रतिशत की दर से अवैध तरीके से वृद्धि की है। कंपनी के नाम पर अकूत संपत्ति अर्जित की जा चुकी है जिसकी कीमत 100 करोड़ से अधिक है।
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अनिल दुजाना के लिए किया काम
एसटीएफ ने मेरठ में हुई मुठभेड़ में मई के महीने में कुख्यात अनिल दुजाना को मार गिराया था। उसके बाद यह बात प्रकाश में आई कि रवि काना अनिल दुजाना के लिए काम करता है। अनिल के इशारे पर ही रवि सरिया व स्क्रैप माफिया बना। तभी से पुलिस रवि की कुंडली खंगाल रही थी। सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज होने के तुरंत बाद रवि पर शिकंजा कसा गया है।
गैंगरेप के बाद से अंडरग्राउन्ड है काना
एक महिला ने रवि काना (Ravi Kana) और उसके चार अन्य गुर्गों पर गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कराया है। उसके बाद से एक्शन में आई पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन, रवि काना की तलाश में पुलिस खाक छान रही है। पुलिस और माफिया के बीच बीते 48 घंटे से लुका-छिपी का खेल चल रहा है। उसकी तलाश में मंगलवार की पूरी रात पुलिस उसके ठिकानों पर ताबड़तोड़ दबिश देती रही। लेकिन, उसे कामयाबी नहीं मिली। अब उस पर दबाव बनाने के लिए पुलिस ने उसकी करोड़ों की जमीन और वाहनों को जब्त कर लिया है।
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