Noida Important News:भाजपा सांसद के काॅलेज मालिक ने डकारे दो करोड़, नोएडा अन्य खबरें भी पढे
Noida Important News: भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने नॉलेज पार्क में बने प्रिंस इंस्टीट्यूट आफ इन्नोवेटिव टेक्नोलॉजी के सीएमडी डॉ भरत सिंह के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराया। मामला अमानत में खयानत का है। 5 करोड रुपए लिए और 3 करोड रुपए लौटाने के बाद 2 करोड रुपए नहीं दिए। लेनदेन 31 अगस्त 2017 का है। जब डॉक्टर भरत सिंह ने यूनिवर्सिटी खोलने के लिए साक्षी महाराज से 5 करोड रुपए लिए थे। ब्याज समेत रुपए लौटाने का वादा था मगर कुछ नहीं लौटाया 29 अगस्त 2020 को साक्षी महाराज ने भारत सिंह व उसके परिवार से बातचीत की उन्होंने वादा किया कि 2020 के आखिरी तक लौटा देंगे। 3 करोड रुपए मगर 2 करोड रुपए नहीं दिये। पुलिस में रिपोर्ट दर्ज जांच शुरू कर दी है।
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ये खबर आप को खबरदार कर देगी। कभी-कभी घर पर डिलीवरी बॉय को अंदर बुलाना भारी पड़ सकता है। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इको विलेज वन सोसाइटी में डिलीवरी बॉय ने एक युवती से दुष्कर्म करने की कोशिश की। युवती अपनी बहन के मंगेतर के घर आई हुई थी। शुक्रवार सुबह-सुबह कुत्ते को खिलाने के लिए अंडा और दूध ऑनलाइन ऑर्डर किया गया था। इस मामले में डिलीवरी बॉय सुमित शर्मा के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी। आरोप लगाए दुष्कर्म का विरोध करने पर युवती की पिटाई भी की गई है। अब आते हैं उसे खबर पर जिससे जिले में कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। दरअसल सुंदर भाटी गैंग के दो बदमाशों की पुलिस ने करीब एक करोड़ 80 लख रुपए की संपत्ति कुर्क करने की तैयारी कर ली है। गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर कोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट के तहत नरेश तेवतिया और रियान उर्फ मोना के खिलाफ यह आदेश पारित किया। आप को बता दे कि सन 2019 में सुंदर भाटी गिरोह के 54 बदमाशों पर गैंगस्टर कार्रवाई की गई थी। एक आरोपी की मृत्यु भी हो चुकी है जबकि अन्य बदमाशों की संपत्ति का पता लगाकर कुर्क करने के कार्रवाई की जा रही है। यह आपके लिए बेहद काम की खबर है। आजकल लगातार फर्जी लोन एप के माध्यम से ठगी करने वाले वे गिरोह सक्रिय हैं। लाजमी है कि शिकायते भी बढ़ रही है। ऐसे में इन जालसाजों से कैसे बचा जाए यह बेहद चुनौती पूर्ण है। ये गिरोह कर्ज वसूली के लिए लोगों को बदनाम भी करता हैं और धमकी देता हैं। पहले ऐसे रेट पर रुपए दिए जाते हैं कि आम आदमी जरूरत के हिसाब से लोन ले ले। इसके बाद शुरू होता है वसूली का खेल। बहुत से लोग होते हैं जो बदनामी के डर से अधिक पैसा देते है। कब तक देंगे चलिए छोड़िए नोएडा में ऐसे मामले रोज सामने आ रहे हैं। यह गिरोह पहले लोगों को लोन देता है फिर उसका कई गुना बसूलनेे के लिए उनकी अश्लील फोटो वीडियो मैसेज बनाकर उनके रिश्तेदारों तक पहुंचाने की धमकी देता है।
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अब बात करते हैं उसे मुद्दे की जिससे लोग काफी प्रभावित हो सकते हैं नोएडा और ग्रेटर नोएडा में मकान दुकान और फैक्ट्री किराए पर दी जाती है वह भी ₹100 के स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट करके नियमों को हवा मे उड़ा दिया जाता है। नियम देखा जाए तो जो भी किरायानामा होता है यानी पूरे वर्ष का उसका 2 प्रतिशत स्टाप देना पड़ता है। इसे ही बचाने के लिए स्टांप विभाग को हजारों करोड रुपए का चूना लग रहा। जिले में किराएनामा के नाम पर करोड रुपए के राजस्व की चोरी हो रही है। हजारों कारोबारी ₹100 के स्टांप पेपर पर एग्रीमेंट करके दुकान और फैक्ट्री में कारोबार कर रहे हैं जबकि एग्रीमेंट को रजिस्टर्ड करना अनिवार्य होता है। अब राजस्व वासूली के लिए प्रशासन के 38 विभागों से जुड़े कारोबार का डाटा एकत्र किया जा रहा है खाद्य विभाग में करीब 1200 रेस्टोरेंट पंजीकृत है जबकि आबकारी विभाग में 500 से अधिक दुकान रेंट पर ली गई है। अब यह पता लगाया जा रहा है कि यह दुकानों में स्टांप शुल्क किराए पर लेने के दौरान दिया गया है या नहीं एडीएम फाइनेंस अतुल कुमार कहते हैं कि पंजीकृत करायानामा न करने वाले लोगों की लिस्ट बनाई जा रही है।