Noida पुलिस ने किया अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में सट्टा लगाने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार
नोएडा । थाना सेक्टर-39 पुलिस (Thana Sector-39 Police) ने मुखबिर की सूचना पर सेक्टर 100 के लोटस बुल वर्ल्ड के एक फ्लैट में आॅनलाइन क्रिकेट लाइव मैच पर सट्टा एवं बैटिंग खेल खिलाते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार कर गिरोह का पर्दाफाश किया है। उनके पास से सट्टे में प्रयुक्त भारी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, एटीएम एटीएम एवं डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, चेक बुक, पासपोर्ट, सिम, पासबुक, असेंबल लाइन बुकी, दो कार, विदेशी व देशकी करंसी, फ्रिज कराई गई बैंक खाता जिनमें 11 लाख रुपए मौजूद थे।
डीसीपी नोएडा हरिश्चंद्र ने पत्रकार वार्ता में बताया कि थाना सेक्टर 39 पुलिस ने नोएडा क्षेत्र के टावर नंबर 24 के फ्लैट लोटस वुल वर्ड सेक्टर 100 में चल रहे सट्टे की सूचना पाकर एडिशनल डीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी, एसीपी रजनीश वर्मा के नेतृत्व में थाना सेक्टर 39 के थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार मय पुलिस फोर्स के मौके पर पहुंचे, वहां से गौरव गुप्ता सट्टा संचालक जिसे टेक्स्ला 20 के नाम से जाना जाता है गिरफ्तार किया।
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DCP ने बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त बैट चेक करता था और ग्राहकों से उनकी बात मिलने का कार्य करता है। इसके अलावा दिनेश गर्ग जो कि लैपटॉप पर ग्राहकों का हिसाब बताने का कार्य करता था ।वही पकड़ा गया तीसरा अभियुक्त अजीत सोहेल ग्राहकों को भाव देना और उनकी बैट लिखने तथा माइक पर जूम मीटिंग से ग्राहकों से संपर्क करने का कार्य करता था। जबकि चौथा अभियुक्त नितिन गुप्ता इस पूरे सट्टा कारोबार में सारा सामान उपलब्ध कराता था। साथ ही वह ग्राहकों से पैसे लाने का कार्य भी करता था।
डीसीपी ने बताया कि गौरव गुप्ता, दिनेश गर्ग व अजीत सोहेल इसी वर्ष अप्रैल में आईपीएल क्रिकेट के दौरान दुबई गए थे, और दुबई के पास भेड़ा नामक जगह पर किराए पर कमरा लेकर आईपीएल में इसी तरह लगभग 45 दिन सट्टे का काम किया था, जिसमें उन्हें मोटा मुनाफा हुआ था। पत्रकार वार्ता में डीसीपी के अलावा एडिशनल डीसीपी अवनीश अवस्थी, एसीपी रजनीश वर्मा मौजूद थे।
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ऐसे लगवाते थे बैटिंग
DCP ने बताया गिरफ्तार आरोपी लैपटॉप पर सुप्रीम टीवी ऐप और बुलेट 24 टीवी, क्रिक लाईन ऐप आदि डाउनलोड कर क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाते है। आरोपी मोबाइल फोन और लैपटॉप पर ऐप चालू करके स्क्रीन पर मैच का भाव देखते हैं, जो घटता व बढता रहता है। उस भाव को देखकर कॉम्पैक्ट ब्रीफकेश के माध्यम से स्पीकर पर ग्राहको को भाव बोला और सुना जाता है। इसके बाद ग्राहकों द्वारा भाव माँगे जाने पर वह जूम कॉल मीटिंग के माध्यम से ग्राहको को दिया जाता है। यह जूम मीटिंग लगातार चलती है। जूम मीटिंग के माध्यम से ग्राहक जुडते है। एक लैपटॉप पर ग्राहको का हिसाब चढाया जाता है और एक लैपटॉप पर सुप्रीम नामक ऐप पर क्रिकेट मैच चलाया जाता है। एक लैपटॉप पर बैट देखी जाती है और एक मोबाइल पर ग्राहको की बैट रिकार्ड की जाती है, जिससे ग्राहक अपनी बैट से मुकर न सके। मैच समाप्त होने के बाद हार जीत का हिसाब को लैपटॉप अकाउन्ट में फीड कर लेते है।
एनसीआर में 4 साल से कर रहे थे सट्टे का काम
पुलिस के अनुसार आरोपी पिछले चार साल से दिल्ली-NCR में क्रिकेट मैचो मे सट्टे का काम कर रहे है। आरोपियों ने लोटस बोलेवर्ड सोसायटी सेक्टर-100 में एक अगस्त से लगभग 50,000 रुपये के किराये पर फ्लैट लिया था। आरोपियों ने फर्जी आधार कार्ड के माध्यम से सिम कार्ड खरीदे थे ,ताकि इन तक आसानी से न पहुँचा जा सके। ये फ्लैट के अन्दर अपने सट्टे का कारोबार करते थे। उनके खाने पीने का राशन बाहर से ही उपलब्ध कराया जाता था, ताकि आसपास के लोगो को इन पर शक न हो।
पुलिस ने ये समान किया बरामद
पुलिस ने उनके पास से विदेशी करेंसी डॉलर, मलेशिया, ओमान ,भूटान, नेपाल, सिंगापुर थाईलैंड आदि के कुल लगभग 4 लाख रुपए, तथा भारत के तीन लाख 79 हजार 168 रुपए तथा उनके खातों में जमा 11 लाख रुपए पुलिस द्वारा सीज कराए गए। साथ ही 14 एटीएम /डेबिट कार्ड, 6 क्रेडिट कार्ड, 20 परिचय पत्र आधार कार्ड, एक असेंबल लाइन बुकी,दो कार आदि सामान बरामद किया है।