यमुना में नहाने गए तीन किशोर बहे, तलाश जारी,24 घंटों में भी नहीं लगा कोई सुराग
नई दिल्ली । अलीपुर इलाके में यमुना में नहाने गए तीन किशोर डूब गए। अभी तक तीनों किशोरों का कुछ पता नहीं चला है। रविवार देर शाम तक गोताखोर बच्चों को तलाशतें रहे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंघु गांव में रहने वाले पांच बच्चे शनिवार को यमुना में नहाने गए। वे साइकिल से पल्ला गांव के पास ठोकर संख्या तीन और चार के बीच में नहाने के लिए चल दिए। बताया जाता है कि इसमें रिशू, शिवम और रुपेश यमुना के तेज बहाव में बहने लगे। उनके दोस्त शुभम ने गहरे पानी में उतरकर उन्हें बचाने की कोशिश की। वह भी डूबने लगा तो साथ आए उसके साथी प्रवेश ने किसी तरह उसका हाथ खींचकर उसे बचा लिया।
दोनों बच्चे इतने डरे हुए थे कि किसी को घटना के बारे में नहीं बताया और चुपचाप घर चले आए। देर शाम से तीनों बच्चों के परिजनों ने तलाश शुरू की। दोनों बच्चों ने रुपेश के पिता जितेंद्र पांडेय को बताया कि रुपेश, रिशू और शिवम यमुना में नहाने जाने की बात कह रहे थे। इस पर तीनों के परिजन यमुना किनारे पहुंचे तो वहां साइकिलें मिल गईं। फिर पीसीआर कॉल कर पुलिस को घटना की सूचना दी गई। पुलिस ने गोताखोरों की सहायता से तलाश कराई, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि तब बच्चों के डूबने की पुष्टि नहीं हुई थी, इसलिए अपहरण की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया। रात करीब एक बजे दोनों बच्चों ने सच बता दिया। फिर बच्चों के डूबने की पुष्टि हो गई। शुभम ने बताया कि वे इतने बुरी तरह से डर गए थे किसी को बता नहीं पाए। पांचों बच्चे 13-14 साल के हैं। सभी सिंघु गांव के सरकारी स्कूल में कक्षा नौ के छात्र हैं। तीनों बच्चों के परिवार किराए के मकान में रहते हैं और कुंडली स्थित फैक्टरी में काम करते हैं।
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गोताखोरों ने रविवार सुबह करीब आठ बजे तलाशी अभियान दोबारा शुरू किया। देर शाम तक यह अभियान चलता रहा। बचाव कार्य से जुड़े एक शख्स ने बताया कि पानी का बहाव अधिक होने की वजह से दिक्कत आ रही है। फिलहाल देर रात होने की वजह से तलाशी अभियान रोक दिया जाएगा। वहीं यमुना किनारे तीनों बच्चों के परिजन व्याकुल होकर खड़े थे। रिशू की मां बार-बार बेहोश हो जा रही थी। साथ आए लोग परिजनों को दिलासा दे रहे थे।