संसद के शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले संसद परिसर में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहां कि अगस्त से पहले संसद में मिले थे और अब मिल रहे हैं। यह इसलिए भी विशेष है कि अमृत काल की यात्रा आगे बढ़ रही है आजादी के 75 वर्ष पूरे हो चुके है। उन्होंने कहा कि जी-20 का प्रस्वाव भी संसद में रखा जाएंेगा। जी20 के जरिए पूरा विश्व को भारत को जानने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों मेरी सभी दलों के प्रतिनिधियों से चर्चा हुई थी। सदन में भी इसका स्वरूप नजर आएगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे ले जाने के लिए ये सत्र महत्पूर्ण है और कई निर्णय लेने का अवसर मिलेगा। पार्लिमेंट के सत्र का समय बचा है सांसद ही पार्टी के लीडर है। उन्होंने कहा जो नए सांसद है उनके उज्जवल भविष्य के लिए हम ज्यादा से ज्यादा अवसर उन्हें दें। चर्चाओं में उनकी भागीदारी बढ़ाएं। पिछले कुछ दिनों में किसी ना किसी सांसद से मेरी अनौपचारिक मुलाकात हुई है, यदि संसद में हो-हल्ला होगा तो उससे सांसदों का नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि हम तो यहां सीखना चाहते है।ं समझना चाहते क्योंकि यह लोकतंत्र की पाठशाला है।
विपक्ष के सांसद कहते है कि शोरगुल की वजह से नही मिलता बोलने का मौका
पी मोदी ने कहा कि विपक्ष के सांसद भी कहते हैं कि डिबेट में हमें बोलने का मौका नहीं मिलता। हल्ला होता है जिस कारण हमें अपनी बात रखने का मौका नहीं मिल पाता। उन्होंने कहा कि यदि संसद शांतिपूर्ण चलेगी तो उन्हें अपनी बात रखने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि सभी दलों से और सभी सांसदों से मेरी अपील है कि इस सत्र को सफल बनाकर अपनी अहम भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि इस सत्र में उपराष्ट्रपति पहली बार अपने कार्यकाल का पहला सत्र करेंग।े जिस तरह से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आदिवासी समाज से आकर गौरव बढ़ाया है ठीक उसी तरह किसान के बेटे उपराष्ट्रपति भी बढ़ाएंगे।