एसडीएम-एसीपी को हटवाने के लिए अड़े किसान, क्या करेंगे सीएम योगी

गौतम बुद्ध नगर में आज 104 गांव के किसान कलेक्ट्रेट का घेराव करने के लिए एलजी गोल चक्कर पर इकट्ठा हो गए है। इसके बाद एनटीपीसी के खिलाफ नारे लगाते हुए जिला मुख्यालय पहुंच गए। किसानों ने एसडीएम दादरी और एसीपी नितिन कुमार को हटवाने के साथ अपनी कई मांगों को रखा। किसानों ने कहा कि दोनो अधिकारियों ने बेकसूर किसानों पर लाठियां चलवाई जिससे कई लोगों को गंभीर चैटें आई है। धरना प्रदर्शन के दौरान एडीएम वदिता श्रीवास्तव ने किसानों से वार्ता की। उन्होने किसनों को विश्वास दिया कि उनकी हर उचित मांग को वे अपने अफसरों के समक्ष रख कर पूरा करने की कोशिश करेंगी।
13 किसानों को किया था गिरफ्तार
बता दें कि एनटीपीसी से प्रभावित 2 दर्जन से ज्यादा किसान 31 अक्टूबर से अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। एक नवंबर को एनटीपीसी के बाहर प्रदर्शन कर रहे किसानों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर वहां से भगा दिया था। वहीं पुलिस ने एनटीपीसी के अधिकारियों की शिकायत के आधार पर 13 किसानों को गिरफ्तार कर लिया था। किसान नेता सुशील पहलवान भी गिरफ्तार किए गए थे। किसानों की मांग है कि किसान नेता सुखबीर पहलवान को तुरंत रिहा किया जाए। आज बड़ी संख्या में महिला और किसान कलेक्ट्रेट का घेराव करने के लिए निकले हैं किसानों की मांग है। जब तक सुखबीर खलीफा को रिहा नहीं किया जाएगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

समान मुआवजा की मांग
किसान नेता सुखबीर खलीफा के अनुसार, जब 24 गांव की जमीन एनटीपीसी के लिए अधिग्रहित की गई थी तो उस समय एक समान मुआवजा नहीं दिया गया था। उसी मांग को लेकर किसान काफी समय से मांग कर रहे हैं। इसके साथ ही किसान रोजगार, शिक्षा, मुफ्त बिजली व स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भी मांग कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि एनटीपीसी के द्वारा जो स्कूल बनाए गए हैं उन स्कूलों में गांव के बच्चों का एडमिशन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में किसानों के साथ भेदभाव किया जा रहा है।

 

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