वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में 11 जुलाई से तीन दिवसीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे 20 साल के इशान प्रताप सिंह
1 min read

वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में 11 जुलाई से तीन दिवसीय सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे 20 साल के इशान प्रताप सिंह

हमारे देश में युवा टैलेंट की कमी नहीं है। विडंबना यह है कि हम इस टैलेंट को पहचान कर अवसर नहीं दे पाते। इसका नतीजा होता है की विश्व की सबसे ज्यादा युवा शक्ति वाला देश अपनी शक्ति खोता जा रहा है। क्योंकि हमारी यह युवा शक्ति अवसर के अभाव में विदेशों का रुख कर रही है। विदेशों में हमारी युवा शक्ति को हाथों हाथ लिया जा रहा है। यही कारण है की अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में भारतीय अपनी शक्ति का प्रदर्शन करा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया कनाडा के अलावा खाड़ी देशों भी युवा अपनी शक्ति का लोहा मनवा रही हैं। हाल ही में एक नौजवान ने ऐसी उपलब्धि हासिल की है जिस पर देश को गर्व होना चाहिए।

यह भी पढ़ें: बड़े काम की खबरः यदि आपके वाहन का चालान पेंडिंग है तो कोर्ट से ऐसे कराएं निस्तारण

 

यह उपलब्धि विश्व के किसी भी युवा के लिए काफी अहमियत रखती है। ईशान प्रताप सिंह ग्लोबल शेपर्स कम्युनिटी के नई दिल्ली के क्यूरेटर है। जो ग्लोबल शेपर्स क्यूरेटर काॅनफ्रेंस जिनेवा स्वीटजरलैंड वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम (World Economic Forum)  में भारत को रिप्रेजेंट करने जा रहे हैं। 11,12 और 13 जुलाई को वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में वे देश की बात रखेंगे। वह स्वास्थ्य, ग्रह नागरिक जुड़ाव, पुनः कौशल, बुनियादी जरूरतों और समावेशिता के छह प्रभाव क्षेत्रों के लिए नई दिल्ली ग्लोबल शेपर्स के प्रयासों का नेतृत्व करने जा रहे हैं। 20 साल की उम्र में वो दुनिया में सबसे कम उम्र के क्यूरेटर है और उनके पास सफल निष्पादन के साथ एमईसीई  (पारंपरिक रूप से वशिष्ट सामूहिक रूप से संपूर्ण) परियोजनाओं (हाल ही में स्वास्थ्य जागरूकता पर केंद्रित एक परियोजना) को डिजाइन करने और नेतृत्व करने का अनुभव है, जिससे रचनात्मक परिणाम मिलते हैं। समाज के लिए ईशान को भारत के चुनाव आयोग में नीति निर्माण, अर्नस्ट एंड यंग एलएलपी में ग्रीन एनर्जी और पेटीएम वन97 कम्यूनिकेशन्स में फाइनेन्स में इंटर्नशिप का अनुभव है। वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम में अलग अलग मामले को लेकर विभिन्न देशों के प्रतिनिधि अपनी बात रखते हैं।

 

यह भी पढ़ें: बकाया पैसा वसूलने में यमुना प्राधिकरण ने ऐसे बनाया रिकार्ड, जानिए बिल्डरों ने डर कर क्यो जमा कराई धनराशि

यहां से शेयर करें