राज तो मिले मगर कडिय़ां जोडऩी मुश्किल
नोएडा। रिटायर्ड आईएएस एवं यमुना प्राधिकरण के पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता से पुलिस कई राज उगलवाने में सफल रही है मगर उनकी कड़ी जोडऩे में अब तक पुलिस को सफलता नहीं मिली है। यही कारण है कि पुलिस एक के बाद एक हथकंडे अपना कर पीसी गुप्ता से घोटालों के तथ्य जानने की कोशिश कर रही है। पीसी गुप्ता को लखनऊ ले जाया गया है, ताकि उनका सामना उनके परिवार के कई लोगों के साथ-साथ अधिकारियों से भी कराया जा सके। पीसी गुप्ता पुलिस रिमांड पर हैं जिसके चलते गौतमबुद्ध नगर पुलिस चाहती है कि जांच में सभी तथ्य खुलकर सामने आ जाएं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अजयपाल शर्मा ने बताया कि आरोपी ने जिन 100 लोगों के नाम बताए हैं, उसमें कई बड़े नेता, अधिकारी और प्रापर्टी डीलर हैं। आरोपी से पूछताछ कर घोटाले से जुड़ी गोपनीय जानकारी हासिल की जाएगी। पुलिस पूछताछ में कई बड़े सफेदपोशों के नामों से पर्दा उठ सकता है। इनमें कुछ नेता भी हैं। ये नेता अलग-अलग राजनीतिक दलों से जुड़े बताए जा रहे हैं। जल्द ही इन नेताओं को भी पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी है।पुलिस के मुताबिक पीसी गुप्ता के लखनऊ स्थित घर की तलाशी के साथ उसके सभी बैंक लॉकर को भी खंगाला जाएगा। उम्मीद है कि इससे जमीन घोटाले से जुड़े कई अहम साक्ष्य पुलिस को मिल सकेंगे। इसके अलावा उनके रिश्तेदारों और करीबियों के बैंक खातों को भी खंगाला जा सकता है। पुलिस के मुताबिक घोटाले में पीसी गुप्ता के कई रिश्तेदार भी शामिल हैं। जांच के बाद इन रिश्तेदारों की भी गिरफ्तारी की जाएगी।
इसके लिए पुलिस की कई टीमों को संबंधित जगहों पर भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि पूर्व सीईओ के कुछ करीबी लोगों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। .