सचिन पायलट और सिंधिया हो सकते हैं उप मुख्यमंत्री
नई दिल्ली। राजस्थान और मध्यप्रदेश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के सीएम को लेकर पर्यवेक्षकों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सौंप दी है। समाचार लिखे जाने तक राहुल गांधी के आवास पर मुख्यमंत्रियों को लेकर मंथन चल रहा था। माना जा रहा है कि राजस्थान में गहलोत और एमपी में कमलनाथ को कमान सौंपी जा सकती है। सचिन पायलट को राजस्थान और ज्योतिरादित्य सिंधिया को एमपी का उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
उधर, छत्तीसगढ़ में चार बड़े नामों को लेकर कशमकश चल रही है। राहुल गांधी ने तीनों राज्यों के तमाम नेताओं और पर्यवेक्षकों को बुला लिया है और उनसे मशवरा जारी है।
बता दें कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में से तीन राज्यों में कांग्रेस ने भाजपा को पटखनी देते हुए वापसी की है। फिलहाल इन राज्यों में सीएम की जिम्मेदारी किसे सौंपी जाए इसको लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बहन प्रियंका गांधी और अन्य नेताओं के साथ मंथन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 90 में से 67 सीटें मिली हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को 114 सीटें मिली हैं, जबकि अन्य पार्टियों के साथ उसका कुल समर्थन 107 हो गया है। राजस्थान में कांग्रेस के पास 99 सीटें हैं, बसपा ने भी उसे समर्थन का ऐलान किया है।
राजस्थान से निर्दलीय विधायक लगातार अशोक गहलोत के पक्ष में बयान दे रहे हैं। विधायकों का कहना है कि राजस्थान की जनता और उनकी मांग है कि अशोक गहलोत को ही मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी जाए।
उधर, मुख्यमंत्री पद के लिए दंगल अब तेज होता जा रहा है। सचिन पायलट के समर्थक भी दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर के बाहर नारेबाजी कर रहे हैं। इससे पहले जयपुर में भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत के समर्थकों ने नारेबाजी की थी। सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष हैं, उनकी अगुवाई में ही पार्टी ने जीत दर्ज की है। समर्थक लगातार सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग कर रहे हैं।
संसद भवन से राहुल गांधी एक बार फिर अपने घर पहुंच गए हैं। अब एक बार फिर मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर मंथन तेज हो गया है। सूत्रों की मानें तो अब राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी वाड्रा भी राहुल के घर पहुंच गई हैं। जल्द ही सीएम के नाम का ऐलान किया जाएगा।
दिग्विजय के बेटे संग 30 विधायक
एक तरफ जहां मध्य प्रदेश में सीएम के नाम पर सस्पेंस बना हुआ है तो वहीं सूत्रों की मानें तो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह ने करीब 30 विधायकों के साथ अलग से बैठक की। आपको बता दें कि दिग्विजय सिंह चुनाव के दौरान शांत रहे थे, उन्होंने कोई बयान नहीं दिया था। हालांकि, दिग्विजय राज्य की राजनीति पर बारीकी से नजर बनाए हुए थे।
छत्तीसगढ़ के सीएम का भी होगा ऐलान
छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे। मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह ही छत्तीसगढ़ में भी मुख्यमंत्री के नाम का फैसला करने की जिम्मेदारी राहुल गांधी पर छोड़ी गई है। छत्तीसगढ़ के लिए मल्लिकार्जुन खडग़े को पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा गया था।