आगरा। महुआखेड़ा में जर्जर नेटवर्क को सही कर अंडरग्राउंड केबिल बिछाने गई टोरंट की टीम का ग्रामीणों ने शुक्रवार को विरोध किया। पुलिस फोर्स के साथ होने के बावजूद टोरंट की टीम को बैरंग लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने मामले में दो अक्टूबर को पंचायत बुलाई है।
टोरंट पावर की टीम शुक्रवार को पुलिस फोर्स के साथ महुआखेड़ा में अंडरग्राउंड केबिल बिछाने पहुंची थी। ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने एकत्र होकर विरोध शुरू कर दिया। किसान नेता वीरेंद्र यादव का कहना था कि अन्य गांवों को छोड़कर उनके गांव में सबसे पहले अंडरग्राउंड केबिल बिछाई जा रही है। देहात में होने के बावजूद उनसे शहरी क्षेत्र के टैरिफ के अनुसार बिल लिया जा रहा है, जो गलत है। वहीं, पूर्व प्रधान उदयवीर सिंह का कहना था कि टोरंट को गांव में पुलिस फोर्स के साथ आने की बजाय ग्रामीणों के साथ वार्ता करनी चाहिए थी। तार टूटने से आएदिन हादसे होते हैं, लेकिन तब टोरंट के अधिकारी नहीं होते। इस दौरान पप्पू यादव, जयपाल, सतेंद्र, अमित, विजय, बंटी, ब्रजमोहन आदि मौजूद रहे।
टोरंट के जनसंपर्क अधिकारी भूपेंद्र सिंह ने बताया कि जर्जर तारों को सुरक्षा की दृष्टि से हटाना अनिवार्य है। ग्रामीणों की सहमति से सोमवार से काम किया जाएगा।
युवा कांग्रेस ने शुक्रवार दोपहर मंटोला तिराहे पर प्रशासनिक अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। टोरंट पर चेकिंग के नाम पर गरीबों के उत्पीडऩ का आरोप लगाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी गई। रात में चेकिंग बंद करने, घर में पुरुष की मौजूदगी में ही चेकिंग करने, गलत असिसमेंट बनाकर उत्पीडऩ बंद करने और बिजली चोरी के नाम पर गलत असिसमेंट न करने की मांग की गई। युवा कांग्रेस के आगरा लोकसभा अध्यक्ष नदीम नूर, प्रदेश सचिव अदनान कुरैशी, कार्यवाहक शहर अध्यक्ष हाजी जमीलुद्दीन कुरैशी, शरीफ कुरैशी, सोनू चाहर, तकसीर अहमद, अजय वाल्मीकि मौजूद रहे।