आगरा -भारतीय सैलानी ढाई सौ रुपये और विदेशी 1300 रुपये में ताज का दीदार कर सकेंगे। देश का यह पहला स्मारक हैं, जहां पर्यटकों को दो अलग (50 रुपये प्रवेश और 200 रुपये मुख्य मकबरा देखने के लिए) टिकट लेनी पड़ेंगी।
ताजमहल में लंबे समय से शहंशाह शाहजहां और मुमताज की कब्र को देखने के लिए अलग से प्रवेश शुल्क पर मंथन चल रहा है। नई दिल्ली में इस पर कई बैठकें भी हो चुकी हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने प्राथमिक अधिसूचना जारी की है। दो वर्ष के भीतर ताज की टिकट में 12 गुना (20 रुपये देसी और 250 रुपये विदेशी पर्यटक) की बढ़ोतरी हुई है। आखिरी बार 47 दिन पूर्व टिकट में पांच से दस रुपये की बढ़ोतरी हुई थी।
वर्तमान में भारतीय सैलानी की टिकट 50 रुपये, विदेशी की 1100 और दक्षिण एशियाई सहयोग संगठन (सार्क) देश की 540 रुपये है। अधीक्षण पुरातत्वविद् बसंत स्वर्णकार ने बताया कि मुख्य मकबरा देखने के लिए अलग से 200 रुपये प्रति पर्यटक की टिकट खरीदनी पड़ेगी। टिकट कब से खरीदनी पड़ेगी, इसकी तारीख जल्द घोषित की जाएगी।
एएसआइ ने 24 सितंबर को अधिसूचना जारी की। मुख्य मकबरा में 200 रुपये की टिकट करने को लेकर सुझाव व आपत्तियां दी जा सकती हैं। इसकी अंतिम तारीख 28 अक्टूबर है।
पर्यटन संस्थाएं एएसआइ के इस फैसले के विरोध में हैं। टिकट दर में लगातार वृद्धि विपरीत असर डालेगी। उस हिसाब से यहां सैलानियों को सुविधाएं नहीं दी जा रहीं। संस्थाएं अपने स्तर से आपत्ति दर्ज कराने की तैयारी में हैं।