नोएड सेक्टर 125 एमिटी विश्वविद्यालय में जी 20 के तत्वाधान में मेगा एस 20 सम्मेलन का आयोजित किया…
एमिटी विश्वविद्यालय द्वारा भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के सहयोग से आज प्रतिष्ठित विज्ञान 20 (एस 20) सम्मेलन का आयोजन किया गया । मालूम हो कि एस 20, जी 20 के अंर्तगत सहभागिता समूहों में से एक है जिसका उददेश्य विज्ञान और समाजिक विकास को बढ़ावा देने के माध्यम से जी 20 के एजेंडे को पूरक बनाना है। एस 20 सम्मेलन के प्राथमिक उददेश्य एस 20 के अंर्तगत हुए परिचर्चा सत्र के परिणामों का प्रसार करना है जो देश के विभिन्न हिस्सों में निम्नलिखित तीन कार्यक्षेत्रों प्रथम हरित भविष्य के लिए स्वच्छ उर्जा, द्वितीय सार्वभौमिक समग्र स्वास्थ्य और तृतीय समाज व संस्कृति के लिए विज्ञान के तहत आयोजित किये गये है।
इस सम्मेलन का उद्घाटन भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डा जितेंद्र सिंह, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, नीति आयोग के सदस्य डा वी के सारस्वत, डीआरडीओ के अध्यक्ष डा समीर कामत, रक्षा मंत्री के पूर्व वैज्ञानिक सलाहकार डा जी सतीश रेड्डी, विज्ञान एंव प्रौद्योगिकी विभाग के पूर्व सचिव एवं एस 20 के सह अध्यक्ष डा आशुतोष शर्मा, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश के चांसलर डा अतुल चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय हरियाणा के चंासलर डा असीम चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश की वाइस चांसलर डा बलविंदर शुक्ला, एमिटी गु्रप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती और एमिटी डायरेक्टोरेट फॉर साइंस एंड इनोवेशन के डिप्टी डायरेक्टर जनरल डा गोपाल भूषण द्वारा किया गया
एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित यह एस 20 सम्मेलन ‘‘ स्टार्टअप के माध्यम से नवाचार और स्थिरता’’ विषय पर एक सत्र के साथ शुरू किया गया जिसकी अध्यक्षता, एस 20 के सहअध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के अध्यक्ष प्रो आशुतोष शर्मा ने की। इसके अलावा ‘‘ सार्वभौमिक समग्र स्वास्थ्य’’ ‘‘समाज और संस्कृति के लिए विज्ञान’’ और ‘‘विज्ञान और समाज में मीडिया की भूमिका’’ जैसे विषयों मेे वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को प्रयोगशालाओं से जमीन तक पहुंचाने में मीडिया के योगदान पर प्रकाश डाला जायेगा जो आम जनता के बीच जागरूकता व वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने में सहायक होगा।
इस अवसर पर एक विशेष विज्ञान प्रश्नोत्तरी और वाद विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित की जायेगी जिसमें दिल्ली एनसीआर के विभिन्न स्कूलों के 200 से अधिक छात्र भाग लेगें। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में 1000 से अधिक प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, शिक्षाविद्, राजनायिक, स्टार्टअप के सीईओ और छात्र अपने विचार रखे।