जातिगत आंकड़ों में फंसी पार्टियां
नोएडा। लोकसभा लोकसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। सबसे पहला चरण गौतमबुद्घ नगर, गाजियाबाद समेत दर्जनभर से अधिक सीटों पर मतदान संपन्न होगा। गौतमबुद्घ नगर लोकसभा सीट पर कई बड़े नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इस सीट पर सभी दलों की विशेष नजर है। सभी दलों के जातिगत आंकड़े पल पल भर में बदल रहे हैं। भाजपा से डॉ. महेश शर्मा की प्रबल दावेदारी है लेकिन कांग्रेस का उम्मीदवार देखकर उनके नाम पर मुहर लगेगी। भाजपा ने आचार संहिता लगने से चंद घंटे पहले ही नवाब सिंह नागर और कैप्टन विकास गुप्ता को मंत्री का दर्जा देकर गुर्जर और वैश्य समाज पर निशाना साधा था।
माना जा रहा है कि दोनों को प्रतिनिधित्व देने के बाद ये समाज भाजपा के साथ रहेंगे। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता इंतजार में हैं कि कब उनके उम्मीदवार का नाम शीर्ष नेतृत्व की ओर घोषित किया जाएगा। कांग्रेस में टिकट की दावेदारी बीपी अग्रवाल की मजबूत है क्योंकि वह पुराने कांग्रेसी है और समाज सेवा में हमेशा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। उनके अलावा डा. अरविंद सिंह भी कांग्रेस से टिकट मांग रहे हैं। ठाकुर बिरादरी की वोट सबसे अधिक होने के कारण दावेदारी में हैं। हालंकि उनके पिता पहले बसपा में थे और अब भाजपा में हैं। जिससे अब उनकी दावेदारी कमजोर पड़ रही है। ओमकार सिंह भी दावेदारी की लाइन में हैं। वहीं गठबंधन के प्रत्याशी सतवीर नागर भी जातिगत आंकड़ों के गणित में हैं। उन्हें उम्मींद है कि गुर्जर वोट के साथ-साथ दलित और यादवों का भी वोट मिलेगा।