चीन चलाना चाहता है म्यांमार-बांग्लादेश के रास्ते कोलकाता तक बुलेट ट्रेन
चीन का दावा- इससे परियोजना में शामिल सभी देशों का आर्थिक विकास होगा
कोलकाता। चीन म्यांमार और बांग्लादेश के रास्ते अपने शहर कुनमिंग से कोलकाता के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है।
कोलकाता में चीन के महावाणिज्यदूत मा जानवू ने बुधवार को ऐसा सुझाव दिया। उन्होंने कहा, यदि यह परियोजना मूर्त रूप लेती है तो 2,000 किलोमीटर का सफर तय करने में महज दो घंटे लगेंगे। यदि आप हवाई सफर से तुलना करें तो उसमें भी दो घंटे का 30 मिनट समय लगता है।
एक दशक में मूर्त रूप ले सकती है परियोजना : जानवू के मुताबिक, कुनमिंग से कोलकाता और कोलकाता से कुनमिंग के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर काफी बातचीत हो चुकी है। आगामी एक दशक में इसे मूर्त रूप मिल सकता है। तब ढाका और म्यांमार होते हुए कोलकाता से कुनमिंग पहुंचने में महज दो घंटे लगेंगे। जानवू ने कहा, इससे न सिर्फ दोनों देशों के बीच न केवल संपर्क बढ़ेगा, बल्कि व्यापार और वाणिज्?य को भी बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों ने पिछले सप्ताह एक बैठक में इस मामले में सुझाव दिए थे।
विस्तारवादी नियत की आशंकाओं को नकारा : जानवू ने उन आशंकाओं को खारिज किया कि इस परियोजना के पीछे उसका उद्देश्य भारत और पड़ोसी देशों में अपने पैर पसारना है। उन्?होंने कहा, यह साझा हित के लिए है। इससे सभी देशों को लाभ होगा। जानवू ने बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार (बीसीआईएम) कॉरीडोर के जरिए व्?यापारिक संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा, साल 2015 में कुनमिंग में ग्रेटर मेकोंग सबरीजन बैठक में इस परियोजना को शामिल किया गया था।
भारत अर्थव्यवस्था की तारीफ की : जानवू ने कहा कि भारत एक बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश है और चीन अपने पड़ोसियों के साथ सुदृढ़ संबंध बनाए रखना चाहता है। हाल ही में रुपए के मूल्य में गिरावट के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि एक जैसी ही है।