केरल प्रदेश में सालाना खर्च से ज्यादा बाढ़ के कारण नुकसान हुआ
59 हजार लोग अभी भी शिविरों में हैं : सीएम
तिरुअनंतपुरम। केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने केरल प्रदेश में पिछले दिनों आई भीषण बाढ़ में 483 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा है कि 14 लोग अभी भी लापता हैं। बाढ़ से केरल को राज्य के सालाना खर्च से ज्यादा नुकसान पहुंचा है। राज्य में 57 हजार हेक्टेयर फसल भी इस बाढ़ से बरबाद हुई है। विधानसभा में आपदा को लेकर रखे गए एक दिन के विशेष सत्र के दौरान विजयन ने बताया कि मौसम विभाग ने 9-15 अगस्त के बीच राज्य में 9.85 सेंटीमीटर बारिश का अनुमान जारी किया था, लेकिन इस दौरान 35.2 सेंटीमीटर बारिश दर्ज हुई। बाढ़ के दौरान 3,000 राहत शिविरों में 14.5 लाख लोग थे। लेकिन अब 305 शिविरों में 59 हजार 296 लोग हैं। विजयन ने बताया कि मुख्यमंत्री राहत कोष में 28 अगस्त तक 738 करोड़ रुपए जमा हुए हैं।
एर्नाकुलम के परावुर सीट से कांग्रेस विधायक वीडी सतीशन ने इसे मानवजनित आपदा बताया है। सतीशन ने कहा कि यह बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा नहीं थी। यह बांध प्रबंधकों की गलतियों का अंजाम है। राज्य में बांध पहले से ही ओवरफ्लो थे। लेकिन बाढ़ की प्रारंभिक वजह उनका गलत समय पर खोला जाना है। ज्यादातर बांध आधी रात के वक्त खोले गए। इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
राज्य के पूर्व मंत्री थॉमस चांडी ने मुख्यमंत्री विजयन से बाढ़ राहत शिविरों में रह रहे परिवारों को 10 हजार रुपए की मदद जल्द से जल्द देने के लिए कहा। पी विजयन ने बाढ़ शिविरों में रह रहे लोगों को 10 हजार रुपए की मदद देने का ऐलान किया था।