भूमि स्वामी 10 माह से लगा रहे मुआवजे के लिए चक्कर

नमो भारत शुरू, लेकिन भूस्वामियों को भूमि का अब तक नहीं मिला मुआवजा
modinagar news   दूसरे चरण की नमो भारत ( रैपिड़ ट्रेन) दुहाई से मोदीनगर नोर्थ स्टेशन तक शुरू भी हो गई, मगर भूस्वामियों को जमीन व भवन का अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। पीड़ित दो दर्जन से अधिक लोग मुआवजे के लिए पिछले दस माह से अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं, लकिन उन्हें कोई ठोस आश्वासन आज तक नहीं मिला है।
पीड़ितों का कहना है कि उनकी भूमि और भवन जाने के बाद उनके सामने रोजी रोटी की समस्या पैदा हो गई है। बेगमाबाद निवासी पीड़ि़त पक्ष से नीरज शर्मा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने जिलाधिकारी से मिलने पहुंचा मगर उनसे उनकी मुलाकात नहीं हो सकी तो वह पीड़ित अन्य अधिकारी से मिले और अपनी पीड़ा बताते हुए उनको एक ज्ञापन भी सौंपा।
पीड़ित नीरज शर्मा ने कहा है कि ग्राम विसोखर परगना जलालाबाद तहसील मोदीनगर जिला गाजियाबाद का खसरा नम्बर 704 मि0 क्षेत्रफल 398.47 वर्ग मीटर भूमि का अर्जन रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम परियोजना के स्टेशन के स्थाई निर्माण के लिए कर लिया गया है। भूमि पर स्टेशन निर्माण, रैपिड रेल का आवागमन आदि समस्त प्रक्रिया भी पूर्ण हो चुकी है परन्तु प्रार्थीगणों को अभी तक अर्जित भूमि का मुआवजा, निर्माण का मुआवजा व पुनार्वासन व पुर्नव्यस्थपना आदि के अन्य लाभ नहीं दिए गए हैं। पीड़ितों की व्यवसायिक भूमि, दुकान, आॅफिस व गोदाम आदि अर्जन के उपरान्त समस्त आय के साधन समाप्त हो गए है और परिवार का भरण पोषण बहुत कठिन हो गया है।
कहना था कि पिछले 10 माह से अपनी व्यवसायिक भूखण्ड क मुआवजा पाने के लिए तहसील और कलेक्ट्रेट के अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। इतना ही नहीं अर्जित भूखण्ड का मुआवजा देने की कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है । आरोप है कि न ही उनको मुआवजा दिया गया, अब अनावश्यक रूप से जानबूझ कर परेशान किया जा रहा है।

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