नई दिल्ली। भारत के सेंट्रल बैंक, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने देश में तेजी से बढ़ रहे डिजिटल पेमेंट ट्रेंड को ध्यान में रखते हुए, आने वाली चुनौतियों से निपटने की तैयारी शुरू कर दी है। आरबीआई ने ‘डिवेलपमेंटल ऐंड रेग्युलेटरी पॉलिसीज‘ पर स्टेटमेंट जारी करते हुए डिजिटल पेमेंट से जुड़ी कंपनियों को कड़ा संदेश दिया है। आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट सेक्टर में मुट्ठी भर बड़ी कंपनियों के दबदबे पर चिंता जताई है।
आरबीआई ने पेटीएम, फोनपे, ऐमजोन पे, गूगल तेज और फेसबुक जैसी कंपनियों को यह संदेश दिया है कि वह डिजिटल बाजार में सिर्फ कुछ बड़े खिलाड़ी नहीं चाहता है, जो भारतीय खुदरा बाजार में अपनी धाक जमाएं। आरबीआई चाहता है कि खुदरा डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में कई और कंपनियां भी शामिल हों।
आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि कुछ ही कंपनियों के होने से रिटेल पेमेंट बाजार में ‘कॉन्सनट्रेशन रिस्क‘ की संभावना बढ़ने का खतरा रहता है। यानी कुछ ही कंपनियों पर निर्भर रहने की स्थिति में सिस्टम के ध्वस्त होने की संभावना पैदा हो सकती है। इसी को ध्यान में रखकर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र की कुछ और कंपनियों को बढ़ावा देने की योजना बना रहा है, जिससे पैन इंडिया पेमेंट प्लेटफॉर्म को और बढ़ावा दिया जा सके और इससे इस क्षेत्र में इनोवेशन और कॉम्पिटिशन को बढ़ावा मिल सके। आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि वह इस संबंध में 30 सितंबर तक आम लोगों को ध्यान में रखकर पॉलिसी पेपर लाएगा।
उल्लेखनीय है कि नवंबर 2016 में नोटबंदी के बाद देश में खुदरा बाजार में डिजिटल पेमेंट मोड में जबरदस्त उछाल आया था। इस दौरान कई बड़ी कंपनियों ने इस ओर अपना रुख किया। नोटबंदी के दौर में पेटीएम को इस क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल हुई, जिसने सबसे ज्यादा लोगों को अपने ऐप से जोड़ा।
अब इस क्षेत्र में फेसबुक भी शामिल होने जा रहा है। फेसबुक जल्दी ही भारत में अपने ‘वॉट्सऐप पेमेंट सर्विस‘ की शुरुआत करने की तैयारी में है। वॉट्सऐप से पहले ही देश में पेटीएम, गूगल, ऐमजॉन, मोबीक्विक, फोनपे जैसी कंपनियां देश में अपना बिजनस कर रही हैं। डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में पेटीएम देश की सबसे बड़ी कंपनी बनकर उभरी है। भारत में तेजी से बढ़ते डिजिटल बाजार के मद्देनजर आरबीआई ने डिजिटल पेमेंट क्षेत्र में अपनी नजर और पैनी कर ली है।
आरबीआई ने इस क्षेत्र से जुड़ी सभी कंपनियों से कहा है कि वे भारत से संबंधित डेटा को भारत में ही सुरक्षित रखें। आरबीआई ने इन कंपनियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे भारतीय ग्राहकों के डेटा को भारत में ही सर्वर्स पर स्टोर कर लें। पेटीएम और फ्लिपकार्ट की कंपनी फोनपे ने आरबीआई के इस निर्देश का स्वागत किया है।